वाराणसी( डेस्क न्यूज)। प्रख्यात कथावाचक सीहोर वाले पं. प्रदीप मिश्रा भगवान शिव की नगरी काशी में शिव महापुराण कथा वाचन कर रहे हैं। डोमरी स्थित सतुआ बाबा आश्रम के समीप गंगा तट पर 20 से 26 नवंबर को आयोजित हो रहे कथा के पहले दिन लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी नज़र आई। हमेशा की तरह लाखों की भीड़ पंडाल के बाहर भी कथा सुनती नज़र आई।
कथा का आयोजन 21 से 23 नवंबर तक दिन में 01 से शाम 4 बजे तक और 24-25 को दिन में 2 से शाम 5 बजे तक किया जाएगा। समापन दिवस 26 नवंबर को सुबह 8 बजे शुरू होगा। यह जानकारी महामंडलेश्वर संतोष दास सतुआ ने दी।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के पहले दिन भगवान शिव और माता सती की कथा सुनाई। उन्होंने राक्षस पुलोमा और उसकी पत्नी की कथा सुनाई की संतान प्राप्ति न होने की वजह से वह कैसे देवों के विरूद्ध हो जाता है। काशी में उसकी पत्नी द्वारा रास्तों से काँटे उठाने की सेवा से प्रसन्न होकर भगवान उसकी पत्नी को संतान सुख दे देते हैं। उन्होंने देवराज ब्राह्मण और चंचला और बिन्दुक की कथा का वाचन किया।
माला और भाला दोनों
कथा पंडाल से उन्होंने लोगों को सनातन धर्म प्रति जागरूक होने का संदेश दिया। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा, “ संत प्रेरणा दे रहे है कि समय आने पर माला की ज़रूरत है राष्ट्र के लिए और वक़्त पड़ने पर भाला की ज़रुरत है राष्ट्र के लिए। माला और भाला दोनों साथ देता है और दोनों का क्रम है अपना-अपना।”