ओसाका| जापान के ओसाका में चल रहे वर्ल्ड एक्सपो 2025 में भारत मंडप ने शीर्ष पांच सबसे प्रशंसित मंडपों में स्थान बनाया है। यह जानकारी जापान ट्रैवल ब्यूरो (जेटीबी) के प्रतिनिधि और डिप्टी पैवेलियन निदेशक यामामोटो-सान ने दी। संयुक्त राज्य अमेरिका, इटली, फ्रांस और जापान जैसे वैश्विक दिग्गजों के साथ स्थान दिए गए भारत मंडप की लोकप्रियता एक्सपो अधिकारियों, जापानी नागरिकों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन जुड़ाव से मिली प्रतिक्रिया पर आधारित है।
संस्कृति मंत्रालय को पहली बार मंडप में सहयोग की जिम्मेदारी दी गई है – पहले इसका प्रबंधन वाणिज्य मंत्रालय करता था। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) को इस महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी और क्रियान्वयन में सहयोग के लिए नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है। यह प्रदर्शनी 13 अक्टूबर 2025 तक जनता के लिए खुली रहेगी। आईजीएनसीए के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने कहा कि यह मंडप भारत की प्राचीन ज्ञान व्यवस्था, आधुनिक तकनीकी आकांक्षाओं और बढ़ते वैश्विक प्रभाव को दर्शाता है। ‘कनेक्टिंग लाइव्स जोन’ में रणनीतिक रूप से स्थित यह मंडप भारत के सभ्यतागत मूल्यों को दर्शाता है, साथ ही सतत विकास, नवाचार और डिजिटल विकास में इसकी समकालीन महत्वाकांक्षाओं को भी दर्शाता है।

बाद में स्थान आवंटन प्राप्त करने के बावजूद, आईजीएनसीए ने असाधारण गति और कुशलता के साथ इस दृष्टिकोण को क्रियान्वित किया। जापानी अधिकारियों के साथ मिलकर काम करते हुए, उन्होंने एक ऐसा मंडप बनाया जो विरासत और नवाचार को सहजता से एक करता है। इस प्रयास को वैश्विक गणमान्य व्यक्तियों, आगंतुकों और सांस्कृतिक पारखी लोगों से समान रूप से प्रशंसा प्राप्त हुई|

एक अद्वितीय मंडप-
अन्य अंतरराष्ट्रीय मंडपों के विपरीत, जहां लंबी कतारें और सीमित पहुंच होती है, भारतीय मंडप एक सहज, स्वागतयोग्य और समावेशी अनुभव प्रदान करता है। इसकी मुख्य विशेषताएं हैं:
- नवाचार, आयुर्वेद, इसरो और स्थिरता पर भाग
- गरबा नृत्य, भारतीय आचार्यों द्वारा योग सत्र और पारंपरिक वेशभूषा प्रदर्शन सहित सजीव सांस्कृतिक अनुभव
- वैश्विक स्तर पर पसंद आने वाले प्रामाणिक भारतीय व्यंजन
इन प्रस्तुतियों ने मंडप को जन-सामान्य का पसंदीदा बना दिया है, तथा इसमें उत्साहपूर्ण भागीदारी हुई है और व्यापक ऑनलाइन सराहना भी प्राप्त हुई है।
प्रतीकवाद और आध्यात्मिकता: डिजाइन दर्शन-
मंडप के आध्यात्मिक केंद्र में पद्मपाणि बोधिसत्व की एक शानदार छवि है जो अजंता गुफा के भित्तिचित्रों से प्रेरित है। यह भारत की कालातीत करुणा का प्रतीक है। नीला कमल अग्रभाग, बोधि वृक्ष और बहता जल जैसे कलात्मक तत्व भारत के दार्शनिक सार – परस्पर जुड़ाव, शांति और परिवर्तन को व्यक्त करते हैं। मंडप की वास्तुकला में लोटस कोर्टयार्ड और वननेस लाउंज दर्शाया गया हैं। यह वसुधैव कुटुम्बकम – ‘‘विश्व एक परिवार है’’ के प्राचीन भारतीय आदर्श को प्रतिबिंबित करता है।
आईजीएनसीए का सांस्कृतिक दृष्टिकोण-
डॉ. जोशी ने अपने समापन में कहा, ‘‘इस वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करना केवल संस्कृति का प्रदर्शन करना नहीं है – यह विश्व को भारत की जीवंत विरासत में आमंत्रित है। भारत मंडप एक ऐसा स्थान है जहां परंपरा परिवर्तन से मिलती है, जहां शाश्वत भारतीय भावना वैश्विक भविष्य से जुड़ती है।’’
वर्ल्ड एक्सपो 2025 ओसाका के बारे में-
आधिकारिक तौर पर एक्सपो 2025 ओसाका, कंसाई, जापान, वैश्विक प्रदर्शनी 13 अक्टूबर 2025 तक चलेगी। केंद्रीय विषय ‘हमारे जीवन के लिए भविष्य के समाज का डिजाइन’ के साथ, एक्सपो में 160 से अधिक देशों और 9 अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भाग लिया। इसमें अनुमानत: 28 मिलियन आगंतुकों की उम्मीद है। भारत की भागीदारी सांस्कृतिक उत्कृष्टता और अंतरराष्ट्रीय जुड़ाव का एक प्रमुख उदाहरण बन गई है।
