न्यूज डेस्क। पति की लंबी आयु की कामना के लिए रखा जाने वाला वट सावित्री व्रत इस वर्ष 26 मई को रखा जाएगा। ज्येष्ठ मास की अमावस्या को मनाया जाने वाले इस व्रत में इस बार सोमवती अमावस्या का संयोग भी मिल रहा है। इस दिन स्नान, दान, पुण्य का भी काफी महत्व है। व्रत के दिन वट वृक्ष की पूजा की जाती है। पवित्र नदियों में पितरों के नाम से तर्पण करने पर पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
हिंदू पंचाग के अनुसार, ज्येष्ठ माह की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को रखा जाने वाला यह व्रत 26 मई को दोपहर 12 बजे से शुरू होगा और 27 मई को सुबह 8 बजे तक रहेगा। इसलिए सुहागिन महिलाओं को 26 मई को व्रत करना चाहिए। वट सावित्री के दिन पंचाग अनुसार, दोपहर 11.51 से 12.46 तक एवं दोपहर 3.45 से 5.28 तक पूजा करने का विशेष योग है।
