काठमांडू। नेपाल में हिंसा के बाद ओली सरकार युवाओं के आगे झुक गई है। सोशल मीडिया बैन हटाकर आधी रात को ही सभी बैन साइट शुर कर दी गई हैं।
युवाओं से अपील की गई की वह हिंसा खत्म करें। इस हिंसा में 21 लोगों की मौत हो चुकी है वही 400 घायल हैं। राजधानी काठमांडू में जमकर हिंसा होने से काफी नुकसान पहुंचा हैं। प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। हिंसा की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है।
न्यू नेपाल नाम के एकाउंट से सोशल मीडिया पर संसद को आग लगाने की धमकी दी गई थी। वहीं कई युवाओं की मौत और घायल होने से परेशान उनके परिजन ट्रामा सेंटर में उन्हें ढूंढते और रोते बिलखते नजर आए। हिंसा के चलते नेपाल बांग्लादेश का फुटबाल मैच स्थगित कर दिया गया है।
आज भी नेपाल के जिलों में प्रदर्शन अब भी जारी है। जेन जी की मांग सिर्फ सोशल मीडिया बैन नहीं बल्कि भ्रष्टाचार रोकने सरकारी की बर्खास्तगी की मांग की गई थी। कल जहां युवाओं द्वारा प्रदर्शन किया गया आज नेपाल के लोग भी विरोध जताते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार के द्वारा गृहमंत्री का इस्तीफा दिया जा चुका है, लेकिन यहां के लोग प्रधानमंत्री ओली के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। कांठमांडू और कई जिलों में अभी तक कफ्र्यू हटाया नहीं गया है। यहां अनिश्चीत काल के लिए कफ्यू लगाया गया है।


