रक्षाबंधन पर बांधी जाने वाली राखी भाई-बहन के प्रेम का सूत्र होता है। इसे जिस तरह बांधे जाने के नियम हैं उसी तरह इसे उतारने के नियम हैं। राखी कों शुभ मुहूर्त यानि भाद्रपद की पूर्णिमा, हरछत्त कि दिन राखी उतारी जाती है। इसके अलावा कई जगहों पर राखी को एक माह तक बांधकर पूर्णिमा में या पितृ पक्ष के पहले उतारने की परंपरा है। जादा दिनों तक राखी बाँधना और इसे कही भी उतार कर फ़ेक देना अशुभ माना जाता है। यह भाई और बहनों कि प्रेम का प्रतीक है। इसलिए इस बंधन को कभी भी छोड़ा जाना शुभ नहीं माना जाता है। अगर आपको बहन या ननद ने राखी बांधी तो ज्योतिषाचार्य अनुसार कम से कम इसे २४ घंटे तक जरूर बांध कर रखना चाइए। बाद में इसे विसर्जित करे या गमले की क्यारी या मिट्टी में डाल देना चचाहिए राखी को इधर उधर फेंकना भी अशुभ होता, क्योंकि ये आपका और आपकी बहन का रक्षा सूत्र, इससे आपके उससे भविष्यतर संबंध प्रगाढ़ होते हैं।
