परियोजना के अंतर्गत गोदाम निर्माण के लिए 500 से अधिक पीएसीएस की पहचान की गई है और दिसंबर 2026 तक निर्माण पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।, विश्व की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना

new delhi| केंद्र सरकार ने “सहकारिता क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना” को स्वीकृति दे दी है और इसे एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है। इस योजना में सरकार की विभिन्न मौजूदा योजनाओं, जैसे कृषि अवसंरचना कोष (एआईएफ), कृषि विपणन अवसंरचना योजना (एएमआई), कृषि यंत्रीकरण उप-मिशन (एसएमएएम), प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम औपचारिकीकरण योजना (पीएमएफएमई) आदि के अभिसरण के माध्यम से प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पीएसीएस) के स्तर पर गोदामों, कस्टम हायरिंग केंद्रों, प्रसंस्करण इकाइयों, उचित मूल्य की दुकानों आदि सहित विभिन्न कृषि अवसंरचनाओं का निर्माण करना शामिल है।

इस योजना की पायलट परियोजना के अंतर्गत 11 राज्यों के 11 पीएसीएस में गोदामों का निर्माण पूरा हो चुका है। इनका राज्यवार विवरण अनुलग्नक-I में संलग्न है। इसके अलावा, परियोजना के अंतर्गत गोदाम निर्माण के लिए 500 से अधिक पीएसीएस की पहचान की गई है और दिसंबर 2026 तक निर्माण पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

सरकार ने नई बहुउद्देशीय पैक्स/डेयरी/मत्स्य सहकारी समितियों की स्थापना की योजना को स्वीकृति दे दी है, जिसका लक्ष्य पांच वर्षों की अवधि में देश की सभी पंचायतों और गांवों को कवर करना है। यह पहल नाबार्ड, एनडीडीबी, एनएफडीबी और राज्य/केंद्र शासित प्रदेश सरकारों द्वारा समर्थित है। पहल के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए 19 सितंबर, 2024 को ‘मार्गदर्शिका’ का शुभारंभ किया गया, जिसमें हितधारकों के लिए लक्ष्य और समय-सीमा निर्धारित की गई है। राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस के अनुसार, 15 फरवरी, 2023 को योजना के अनुमोदन के बाद से 30 जून, 2025 तक देश भर में कुल 22,933 नई बहुउद्देशीय पैक्स, डेयरी और मत्स्य सहकारी समितियां पंजीकृत की गई हैं, जिनमें 5,937 एम-पैक्स शामिल हैं। इस योजना के अनुमोदन के बाद से गठित एम-पैक्स का राज्यवार विवरण अनुलग्नक- II में संलग्न है ।

पीएसीएस को मजबूत करने के लिए सरकार ने 2925.39 करोड़ रुपए के कुल वित्तीय परिव्यय के साथ चालू पीएसीएस के कम्प्यूटरीकरण की परियोजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना के तहत देश के सभी चालू पीएसीएस को एक साझा ईआरपी आधारित राष्ट्रीय सॉफ़्टवेयर पर लाना और उन्हें राज्य सहकारी बैंकों और ज़िला सहकारी बैंकों के माध्यम से नाबार्ड से जोड़ना शामिल है। इस परियोजना के तहत 31 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के कुल 73,492 पैक्स को मंज़ूरी दी गई है। कुल 59,920 पीएसीएस को ईआरपी सॉफ़्टवेयर पर जोड़ा जा चुका है और 30 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा हार्डवेयर की खरीद की जा चुकी है।

पीएसीएस कम्प्यूटरीकरण परियोजना के अंतर्गत कर्नाटक से कुल 5,628 पीएसीएस को स्वीकृति दी गई है, जिनमें से 3,765 पीएसीएस को ईआरपी सॉफ्टवेयर पर शामिल किया जा चुका है और 5,491 पीएसीएस में हार्डवेयर वितरित किया गया है। राज्यवार विवरण अनुलग्नक-III में संलग्न है।

अनुलग्नक-I

पायलट परियोजना के तहत निर्मित पीएसीएस गोदामों का विवरण

क्र.सं.राज्य/केंद्र शासित प्रदेशज़िलापीएसीएस का नामगोदाम की क्षमता(एमटी)निर्मित बुनियादी ढांचा
1.महाराष्ट्रअमरावतीनेरीपांगलाई विविधकार्यकारी सहकारी संस्था3,000गोदाम
2.उत्तर प्रदेशमिर्जापुरबहुदेशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति लिमिटेड, कोटवा पांडे 1,500 गोदाम
3.मध्य प्रदेशबालाघाटबहुदेशीयप्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित परसवाड़ा 500गोदाम + धान प्राथमिक प्रसंस्करणइकाई
4.गुजरातअहमदाबादचंद्रनगर ग्रुप सेवा सहकारी मंडली लिमिटेड 750 गोदाम
5.तमिलनाडुतब मैंसिलामारथुपट्टी प्राथमिककृषि ऋण समिति1,000गोदाम
6.राजस्थानश्री गंगानगरघमूड़वाली ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड 250गोदाम + बीज ग्रेडिंग इकाई + कस्टम हायरिंगकेंद्र
7.तेलंगानाकरीमनगरप्राथमिक कृषि ऋण सोसाइटी लिमिटेड, गंभीरोपेट 500गोदाम+ प्रसंस्करण इकाई
8.कर्नाटकबीदरप्राथमिक कृषि सहकारी फेडरेशन लिमिटेड, एकम्बा 1,000गोदाम+ प्रसंस्करण इकाई
9.त्रिपुरागोमतीखिलपारा प्राथमिक कृषि ऋण समिति लिमिटेड 250गोदाम+ प्रसंस्करणयूनिट+ग्रामीणहाट
10.असमकामरूप2 नंबर पब बोंगशर जीपीएसएसलिमिटेड500गोदाम
11.उत्तराखंडदेहरादूनबहुदेशीय किसान सेवासहकारी समिति लिमिटेड, सहसपुर 500 गोदाम
 कुल  9,750 

अनुलग्नक – II

15.2.2023 के बाद नवगठित पीएसीएस का राज्य-वार विवरण

क्र.सं.राज्यपीएसीएस
1अंडमान और निकोबार द्वीप समूह1
2आंध्र प्रदेश0
3अरुणाचल प्रदेश126
4असम238
5बिहार39
6छत्तीसगढ0
7गोवा24
8गुजरात458
9हरयाणा21
10हिमाचल प्रदेश91
11जम्मू-कश्मीर161
12झारखंड45
13कर्नाटक180
14लद्दाख3
15लक्षद्वीप0
16मध्य प्रदेश199
17महाराष्ट्र177
18मणिपुर72
19मेघालय217
20मिजोरम41
21नागालैंड13
22ओडिशा1,534
23पुदुचेरी3
24पंजाब0
25राजस्थान970
26सिक्किम24
27तमिलनाडु29
28तेलंगाना0
29डीडी और डीएनएच5
30त्रिपुरा187
31उत्तर प्रदेश516
32उत्तराखंड543
33पश्चिम बंगाल20
34चंडीगढ़0
35दिल्ली0
36केरल0
कुल योग5,937

अनुलग्नक – III

पीएसीएस कम्प्यूटरीकरण परियोजना की स्थिति (30 जून, 2025)

क्र. सं.राज्यस्वीकृतपीएसीएसईआरपी ऑनबोर्डेडईआरपी –गो लाइवडे-एंडऑडिटपूरा किया गयाहार्डवेयरवितरित
1.महाराष्ट्र12,00011,95411,82810,6903,37912,000
2.राजस्थान7,4685,9005,3355,2338126,781
3.गुजरात5,7545,6274,5134,0822,0465,754
4.उत्तर प्रदेश5,6863,0482,9902,5841,1123,062
5.कर्नाटक5,6823,7651,9301,7284085,491
6.मध्य प्रदेश5,1884,4284,4914,2724,0624,534
7.तमिलनाडु4,5324,5314,5294,528274,532
8.बिहार4,4954,4604,4444,4313,2994,477
9.पश्चिम बंगाल4,1673,1453,1232,9593,314
10.पंजाब3,4823,4082,2172,08073,456
11।ओडिशा2,711
12.आंध्र प्रदेश2,0372,0212,0211,9862,021
13.छत्तीसगढ2,0282,0282,0252,0271,6062,028
14.हिमाचल प्रदेश1,7899658507424351,789
15.झारखंड2,7971,4141,4791,4241,2721,500
16.हरियाणा7106095824336710
17.उत्तराखंड670670669588670
18.असम583579573442166583
19.जम्मू- कश्मीर537536534536530537
20.त्रिपुरा268207193195166268
21.मणिपुर23217517016981169
22.नागालैंड2316448182231
23.मेघालय1129910593109
24.सिक्किम1071031056950107
25.गोवा58454227356
26.एएनआई464646451946
27.पुदुचेरी45434442345
28.मिजोरम492525222225
29.अरूणाचल प्रदेश14111111514
30.लद्दाख101010101010
31.डीएनएच और डीडी444434
 कुल73,49259,92054,93651,47019,53164,323

सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने यह जानकारी लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

By Pooja Patel

प्रोड्यूसर एंड सब एडिटर डेली हिन्दी मिलाप हैदराबाद, दैनिक भास्कर, नई दुनिया, भास्कर भूमि, राजस्थान पत्रिका में 14 वर्ष का कार्यानुभव

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