डेस्क न्यूज (khabar DB24.COM)। आखिरकार महादेव सट्टा एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की दुबई में गिरफ्तारी की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED), विदेश मंत्रालय (MEA) और गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई है। यूएई ने भारत सरकार और CBI को सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी। प्रत्यर्पण की औपचारिकताओं को पूरा करने की प्रक्रिया पूरी कर “प्रोविजनल अरेस्ट” के बाद उसे लाया जाएगा। विगत 3 वर्षों से देश एवं विदेश में सौरभ चंद्राकर फरारी काट रहा था। हालांकि अब 6000 करोड़ से ज्यादा के इस घोटाले में चौंकाने वाली जानकारियां निकलेगी। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग ने महादेव सट्टा ऑनलाइन एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के दुबई में गिरफ्तार होने की पुष्टि की है।

बता दें कि सट्टेबाजी का सरगना छत्तीसगढ़ का भिलाई निवासी है और वह इससे पहले जूस विक्रेता था। दुबई में उसकी गिरफ्तारी इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर की गई, जिसे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अनुरोध पर जारी किया गया था। यह गिरफ्तारी भारतीय एजेंसियों के समन्वित प्रयासों का परिणाम है, जिसमें विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय की प्रमुख भूमिका निभाई।

सरकार ने सीबीआई को सौंपा था पूरा मामला

डेढ़ महीने पहले ही छत्तीसगढ़ सरकार ने महादेव ऐप सट्टेबाजी घोटाले की जांच को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंपने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। 22 अगस्त को निर्णय हुआ और अब इस घोटाले के मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी हुई है। घोटाले की तह तक पहुंचने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जांच हुई, जिससे चंद्राकर की गतिविधियों का पर्दाफाश हुआ। इसके तहत 572.41 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अब तक अटैच किया जा चुका है, जिसमें से 100 करोड़ रुपये की संपत्ति दुबई में स्थित है।

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