भिलाई। मेरी पत्नी को बेवजह क्यों फोन करते हो कहना युवक को भरी पड़ गया। बदमाशों ने घेर कर उस पर रॉड, धारदार हथियार से ताबड़तोड़ वार कर मौत के घाट उतार दिया। अब पुलिस ने 24 घंटे के अंदर तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला उतई थाना क्षेत्र के ग्राम पुरई का है।
उतई पुलिस ने बताया कि पुरई निवासी सुशीला सिन्हा ने अपनी पति की हत्या मामले में 9 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज कराई है। पार्थिया के हवाले से पुलिस ने बताया कि सुशीला गुरुवार को अपने पति द्वारिका प्रसाद सिन्हा के साथ दुर्गा देखकर पंडाल से रात्रि करीबन 08 बजे अपने घर वापस आई और खाना बनाने लगी तभी प्रार्थिया का पति द्वारिका प्रसाद सिन्हा पीछे तरफ से आ रहा हूं बोलकर घर से निकल गया। कुछ देर बाद प्रार्थिया भी अपने पति के पीछे गई तो देखी कि इनके पति और किशन उर्फ छोटू राजपूत के साथ बहसबाजी हो रही थी। द्वारिका प्रसाद सिन्हा किशन उर्फ छोटू राजपूत से कह रहा था कि तुम मेरी पत्नी को फोन मत लगाया करो, मेरे घर के आसपास बिना मतलब के मत आया करो, इसी बात को लेकर दोनों के बीच वाद विवाद होने लगा।
वाद- विवाद लड़ाई झगड़े में बदल गया और किशन उर्फ छोटू राजपूत ने पुरानी रंजीश की बात को लेकर द्वारिका को धमकी दिया कि आज तुझे जान से खतम कर दूंगा और अपने पास पड़े लोहे के सरिया को उठाकर अपने अन्य साथी गणेश और जयसिंग को बोला कि द्वारिका को पकड़ो फिर तीनों ने एक राय होकर द्वारिका प्रसाद सिन्हा को लोहे के सरिया, धारदार कटर व बेल्ट से ताबड़ तोड़ हमला कर मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिसे उपचार के लिए शासकीय अस्पताल उतई ले जाया गया, जहां डॉक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। प्रार्थिया की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 296/2024 धारा 103, 3(5) भारतीय न्याय संहिता 2023 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
24 घंटे में गिरफ्तारी
तीनों बदमाश युवक की हत्या के बाद फरार हो गए। पुलिस ने विशेष टीम का गठन कर उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी। लगातार पता तलाश करने पर आरोपी किशन उर्फ छोटू राजपूत, गणेश नायक एवं जयसिंग बांधे को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर बताया कि घटना के पूर्व तीनों आरोपीगण पुरई में प्लाट के पास शराब पी रहे थे, तभी द्वारिका प्रसाद सिन्हा आकर मेरी पत्नी से क्यू बात करते हो कहने लगा। इसी बात को लेकर पूर्व में भी मृतक द्वारिका प्रसाद सिन्हा एवं आरोपी किशन उर्फ छोटू राजपूत के मध्य विवाद हो चूका था। दोनों के मध्य बात बढ़ जाने से लड़ाई झगड़ा में बदल गया और तीनों आरोपीगण ने जान से मारने की नियत से एक राय होकर किशन उर्फ छोटू राजपूत अपने पास में पड़े लोहे के सरिया से, जयसिंह बांधे ने अपने पास रखे धारदार कटर से व गणेश नायक ने अपने बेल्ट से द्वारिका प्रसाद सिन्हा के उपर ताबड़तोड़ हमला कर दिया जिससे द्वारिका प्रसाद सिन्हा गंभीर रूप से घायल हो गया। फिर तीनों आरोपी अपने मोटर सायकिल से मौके से फरार हो गए थे।