केरल| भारतीय नौसेना भीषण आग में घिरी सिंगापुर की व्यापारिक जहाज एमवी वान हाई 503 को बचाने का पूरी तरह से प्रयास कर रही है। इस जहाज में केरल के अझिक्कल समुद्री तट से 44 मील दूर आग लग गई थी। इसमें कई देशों के व्यापारिक दलों के 22 लोग सवार थे। इनमें से 18 लोंगों को भारतीय नौसेना की मदद से बचा लिया गया है, जबकि 4 लापता हैं।
भारतीय नौसेना के इस अभियान पर ताइवान और चीन ने अपने नागरिकों बचाने के लिए आभार व्यक्त किया है।
नौसेना ने बचाव अभियान के तहत 13 जून 2025 को बचाव दल को हवाई मार्ग से होते हुए सफलता पूर्वक जलते हुए जहाज के उपर पहुंचाया। हेलिकाप्टर की मदद से रस्सी के सहारे धधकते जहाज पर उतरे बचाव दल के सदस्यों को लोगों को बचाया।
कोच्चि के आईएनएस गरुड़ में एक सीकिंग हेलीकॉप्टर पर चढ़ाया गया था। नौसेना के हेलीकॉप्टर ने चुनौतीपूर्ण मौसम, समुद्री परिस्थितियों और जहाज पर लगी आग के बीच टीम को सफलतापूर्वक पोत पर उतारा।


इस पोत में फंसे नागरिकों को निकालना काफी मुश्किल था। ऐसे में दल ने रस्सी को टग ऑफशोर वॉरियर से जोड़ा। इसे रस्सी से जोड़ने के बाद बचाव दल को नौसेना के हेलीकॉप्टर द्वारा पोत से सफलतापूर्वक निकाला गया और पोत को रस्सी से खींचने का अभियान शुरू हुआ।
वर्तमान में, भारतीय नौसेना के आईएनएस शारदा और ओएसवी एमवी ट्राइटन लिबर्टी भारतीय तटरक्षक बल और अन्य समुद्री एजेंसियों के साथ समन्वय में बचाव अभियान में सक्रिय रूप से शामिल है। भारतीय नौसेना द्वारा बचाव दल को शीघ्रता से प्रवेश करवाकर और व्यापारिक जहाज में फंसी टीम को बचाने में तेजी लाई गई।
ताइवान सरकार ने सिंगापुर के व्यापारिक जहाज एमवी वान हाई 503 से चालक दल के सदस्यों को बचाने के लिए भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल को धन्यवाद दिया है। जहाज पर केरल तट पर आग लग गई थी।
जहाज पर 22 क्रू मेंबर सवार थे, 18 को बचाया गया है जबकि, 4 लोग लापता हैं। साथ ही कई लोग इस हादसे में घायल हुए हैं। व्यापारी जहाज माल ले जा रहा था कि इसमें विस्फोट हो गया और आग की लपटें उठने लगीं। इसमें 8 चीनी, 6 ताइवानी, 6 म्यांमारी और 3 इंडोनेशियाई नागरिक शामिल थे।
भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता यू जिंग ने एक्स पर लिखा, ‘हमारा आभार’ भारतीय नौसेना और मुंबई तट रक्षक को। हम जो लोग अभी भी गायब हैं उनके जल्द मिलने और घायलों के जल्द ही स्वस्थ होने की कामना करते हैं।

By Pooja Patel

प्रोड्यूसर एंड सब एडिटर डेली हिन्दी मिलाप हैदराबाद, दैनिक भास्कर, नई दुनिया, भास्कर भूमि, राजस्थान पत्रिका में 14 वर्ष का कार्यानुभव

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