जशपुर। जशपुर के तिरसोंठ की खबर है कि यहां भारतमाला रेलवे परियोजना का गांव वाले विरोध कर रहे हैं। गांव वालों का कहना है कि परियोजना लागू करने से पहले उनके जमीन अधिग्रहण का उन्हें मुआवजा दिया जाए। ग्रामीणों ने सर्वे के लिए पहुंचे अधिकारियों का विरोध किया और उन्हें सर्वे नहीं करने दिया। यहां कोरबा से लोहरदगा तक रेलवे लाइन बिछाई जानी हैं। इसी के लिए अधिकारी सर्वे करने पहुंचे थे।
इससे पहले 2023 में भी भारतमाला सड़क परियोजना का ग्रामीणों ने विरोध किया था। उनका आरोप है कि सरकार ने सड़क परियोजना में भी उनकी जमीन अधिग्रहित कर ली थी लेकिन अब तक मुआवजा नहीं दिया है।
इस दौरान मामला काफी तनाव पूर्ण हो गया। कुछ लोगों ने इस विरोध में बाहरी नेताओं के गांव के लोगों को भड़काने का आरोप लगाया है।
वही प्रशासन की तरफ से कलेक्टर प्रदीप साहू ने ग्रामीणों को समझाने की काफी कोशिश की। कलेक्टर ने कहा कि रेलवे लाइन क्षेत्र के विकास के लिए जरुरी है। हम प्रशासन के उच्च वर्ग को इसकी जानकारी दे रहे हैं।
