नई दिल्ली| राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईईएलआईटी) ने डिजिटल इंडिया मिशन को आगे बढ़ाने की दिशा में एक प्रमुख कदम उठाते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स निकेतन, नई दिल्ली में आठ दूरदर्शी संगठनों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

इस समारोह में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के सचिव एस. कृष्णन भी उपस्थित थे। यह हस्ताक्षर समारोह एनआईईएलआईटी के लिए रणनीतिक सहयोग का एक नया अध्याय है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय के डिजिटल तंत्र को मजबूत करना है।

 एनआईईएलआईटी ने सेमी-कंडक्टर लेबोरेटरी (एससीएल), ईआरएनईटी इंडिया, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी (एनआईएसई), अमृता विश्व विद्यापीठम, स्काईरूट एयरोस्पेस, इंस्टीट्यूट ऑफ फाइनेंशियल मैनेजमेंट एंड रिसर्च (आईएफएमआर) और किंड्रिल इंडिया के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। ये साझेदारियाँ इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शिक्षा, कौशल, अनुसंधान और नवाचार को बढ़ाने के लिए की गई हैं। यह सहयोग संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं, पाठ्यक्रम विकास, क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण, कौशल कार्यक्रम और उभरती प्रौद्योगिकियों और नवाचार के क्षेत्र में किया जाएगा।

इस अवसर पर बोलते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव एस. कृष्णन ने इस तरह के तालमेल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा,”यह एक मजबूत डिजिटल तंत्र को बढ़ावा देने और भविष्य के लिए तैयार कार्यबल विकसित करने के लिए शिक्षा, उद्योग और सरकारी संस्थानों का एक रणनीतिक सहयोग है। इस तरह के सहयोगात्मक प्रयास डिजिटल रूप से सशक्त समाज और संपन्न ज्ञान अर्थव्यवस्था को आकार देने के लिए आवश्यक हैं।”

उन्होंने इन साझेदारियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने तथा उच्च गुणवत्ता, व्यावहारिक शिक्षा और कौशल पहल के माध्यम से उद्योग की जरूरतों और शैक्षिक परिणामों के बीच अंतर को दूर करने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने के लिए एनआईईएलआईटी के महानिदेशक डॉ. एमएम त्रिपाठी और एनआईईएलआईटी की पूरी टीम के नेतृत्व की सराहना की।

राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईईएलआईटी) इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), भारत सरकार के अधीन एक स्वायत्त निकाय है। एनआईईएलआईटी इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी और उभरती प्रौद्योगिकियों में शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।

56 स्वयं के केंद्रों, 700 से अधिक मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण भागीदारों के विशाल नेटवर्क और देश भर में 9,000 से अधिक सुविधा केंद्रों के साथ, एनआईईएलआईटी डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए कुशल जनशक्ति विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसे सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स में अनौपचारिक क्षेत्र के पाठ्यक्रम संचालित करने वाले संस्थानों और संगठनों को मान्यता देने के लिए एक राष्ट्रीय परीक्षा निकाय के रूप में भी मान्यता प्राप्त है।

कार्यक्रम में प्रीति नाथ, आर्थिक सलाहकार, एमईआईटीवाई, डॉ. एमएम त्रिपाठी, महानिदेशक, एनआईईएलआईटी, तूलिका पांडे, वैज्ञानिक और समूह समन्वयक, एमईआईटीवाई, डॉ. कमलजीत सिंह, महानिदेशक, एससीएल, संजीव बंसल, महानिदेशक, ईआरनेट इंडिया, गिरिजा मुकुंद, निदेशक सीएसआर और ईएसजी, किंड्रिल इंडिया, डॉ. कृष्णाश्री अच्युतन, डीन और निदेशक, अमृता विश्व विद्यापीठम, डॉ. सीवी एस किरण, उपाध्यक्ष, स्काईरूट एयरोस्पेस, डॉ. प्रोफेसर मोहम्मद रिहान, महानिदेशक, एनआईएसई, डॉ. नरसी रेड्डी, निदेशक, हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट उपस्थित थे।

By Pooja Patel

प्रोड्यूसर एंड सब एडिटर डेली हिन्दी मिलाप हैदराबाद, दैनिक भास्कर, नई दुनिया, भास्कर भूमि, राजस्थान पत्रिका में 14 वर्ष का कार्यानुभव

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