सत्य साईं । आंध्र-प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले के पेनुकोंडा स्थित किआ मोटर्स के प्लांट से 900 इंजन चोरी के मामले ने AUTO इंड्रस्टी को आश्चर्य में डाल दिया है। पुलिस को जांच में एक बड़े रैकेट के इसमें शामिल होने की जानकारी मिली है। सिर्फ किआ में ही इस रैकेट ने 20 करोड़ की उगाही की है। आंध्र प्रदेश पुलिस ने इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया।
पेनुकोंडा कोर्ट ने आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया, क्योंकि पुलिस बड़े पैमाने पर हुई चोरी की जांच कर रही है।पुलिस के हाथ कई सबूत लगे हैं और वह अन्य आरोपियों तक पहुंचने के लिए बाकी जांच को गुप्त रखना चाहती है।
इंजनों की तस्करी
पुलिस ने बतया कि चोरी किए गए इंजनों की तस्करी की जाती थी और यहां से उन्हें भारत के कई राज्यों में बेचा जाता था। पुलिस को इस चोरी में अंतरराज्यीय गिरोह के शामिल होने की आशंका है।
ऑडिट में सामने आई चोरी
पिछले महीने जब किआ कंपनी द्वारा आंतरिक ऑडिट के दौरान किआ अधिकारियों ने इंजनों की चोरी का पता लगाया। गत 19 मार्च को स्थानीय पुलिस में इस मामले की औपचारिक शिकायत दर्ज कराई गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी विनायकमूर्ति ने हाल ही में किआ मोटर्स से इस्तीफा देकर चेन्नई की एक कंपनी में नौकरी कर ली थी। आठ आरोपियों को पेनुकोंडा मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस का मानना है कि चोरी किए गए इंजनों को पहले चेन्नई ले जाया जाता था, जहां से रैकेट के अन्य गुर्गे स्थानीय बिक्री और फिर दिल्ली और बेंगलुरु ले जाने का काम संभालते थे।
