भारत सरकार ने जारी की Advisory
नई दिल्ली। भारत सरकार ने तीर्थयात्रा के नाम पर online बुकिंग के जरिए हो रहे फर्जीवाड़े से लोगों को सावधान रहने की अपील की है। गौरतलब है कि चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से होने वाली है। इसके चलते ज्यादातर लोग online के जरिए बुकिंग का तरीका अपना रह हैं। इसी online बुकिंग की आड़ साइबर अपराधी भी काफी सक्रिय हो गए हैं।
ये अपराधी गूगल सर्च इंजन, फेसबुक, भ्रामक सोशल मीडिया पेज और नकली वेबसाइटों पर Paid विज्ञापनों के जरिए लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं।
हेलीकाॅप्टर बुकिंग
साइबर सेल को ज्यादातर शिकायते केदारनाथ धाम, चारधाम में हेलीकाप्टर बुकिंग, होटल बुकिंग, गेस्टहाउस बुकिंग, online कैब सुविधा, टैक्सी सेवा बुकिंग, हाॅली डे पैकेज, तीर्थयात्रा पैकेज पर मिल रही हैं। तीर्थयात्रा के संदेह के बगैर लोग भुगतान कर रहे हैं और बाद में जब उन्हें पैसे भेजने के बाद कोई उत्तर प्राप्त नहीं हो रहा हैें| नंबर पहुंच से बाहर चले जाने पर यह एहसास हो रहा है कि वह ठगी का शिकार हो चुके हैें।
सावधानी बरतें –
-किसी भी तरह का भुगतान करने से पहले वेबसाइट की प्रमाणिकता जांच करें।
-गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर “प्रायोजित” या अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से पहले सत्यापन करें।
-बुकिंग केवल आधिकारिक सरकारी पोर्टलों या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से करें।
-ऐसी वेबसाइटों की तुरंत शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टलर www.cybercrime.gov.in पर करें या किसी धोखाधड़ी के मामले में 1930 पर कॉल करें।
-केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग https://www.heliyatra.irctc.co.in के माध्यम से की जा सकती है।
-सोमनाथ ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट https://somnath.org है और गेस्ट हाउस बुकिंग उसी के माध्यम से की जा सकती है।
-इन घोटालों को रोकने के लिए, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र बहु-आयामी रणनीति अपना रहा है।
स्कैम सिग्नल नियमित रूप से आईटी मध्यस्थों जैसे गूगल, व्हाट्सएप, फेसबुक के साथ साझा किए जा रहे हैं ताकि सक्रिय रूप से पता लगाया जा सके। साइबर अपराध हॉटस्पॉट्स की पहचान की जा रही है और राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों को संवेदनशील बनाया जा रहा है। नकली वेबसाइटों ध्विज्ञापनों और प्रतिरूपण करने वाले सोशल मीडिया खातों तक पहुंच को अक्षम (disable)किया जा रहा है ताकि नागरिकों की सुरक्षा हो। राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर संदिग्धों की जांच और रिपोर्टिंग सुविधा विकसित की गई है, ताकि रिपोर्टिंग यानी शिकायत दर्ज कराने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
