नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय नौसेना की ताकत में कई गुना इजाफा होने वाला है। फ्रांस के साथ 26 राफेल-एम विमानों की डील फाइनल स्टेज में है। ये नेवी वैरिएंट के राफेल विमान जल्द ही नौसेना के बेड़े में शामिल होने वाले हैं। यही नहीं, भारतीय नौसेना के लिए 3 स्कॉर्पीन सबमरीन की डील भी आखिरी दौर में है। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में यह सौदा तय कर लिया जाएगा।

नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने नई दिल्ली में नेवी के फ्यूचर प्लांस के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आने वाले 10 सालों के भीतर भारतीय नौसेना को कुल 96 जहाज और पनडुब्बियां मिलने जा रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा चीन और पाकिस्तान की गतिविधियों पर करीब से नजर रखी जा रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाली महीने में पनडुब्बी और रफेल विमान डील को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने न्यूक्लियर पावर सबमरीन को मंजूरी दी है। ऐसी 6 सबमरीन बनाए जाने की योजना है। परमाणु उर्जा से बनाई जाने वाली पहली सबमरीन 2036-37 तक और दूसरी 2038-39 अंतिम रूप प्राप्त करेगी। उन्होंने बताया कि  भारतीय नौसेना की क्षमता को बढ़ाने के लिए 62 जहाज और एक सबमरीन का कार्य जारी है।

बीते कुछ समय से चीन द्वारा पाकिस्तानी नौसेना के लिए कई युद्धपोत और पनडुब्बियों का निर्माण किया जा रहा है। इस मुद्दे पर नौसेना प्रमुख एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि पाकिस्तानी नौसेना के लिए 8 नयी पनडुब्बियां काफी अहम लड़ाकू क्षमता की होंगी, लेकिन हम उनकी क्षमताओं से अवगत हैं। हम पाकिस्तानी नौसेना की आश्चर्यजनक वृद्धि से अवगत हैं, जिसका लक्ष्य 50 जहाजों वाली नौसेना बनना है। उन्होंने अपने लोगों के कल्याण के बजाय हथियारों को चुना है। हम चीन की नौसेना, उनके युद्धपोतों और उनके रिसर्च वाले जहाजों सहित क्षेत्र से बाहर की ताकतों पर नजर रख रहे हैं। हम जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं और कहां हैं।

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