दिल्ली ( डेस्क न्यूज़)।असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने झारखंड में सत्ता बरकरार रखने वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा नीत गठबंधन को अपने कर्तव्य को निभाने का आग्रह किया। उन्होंने सत्तारूढ़ दलों से अपील की है कि वे घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने के अपने संवैधानिक कर्तव्य को निभाए।

झारखंड चुनाव के लिए बीजेपी के सह-प्रभारी सरमा ने नवनिर्वाचित पार्टी विधायकों से विधानसभा में घुसपैठ का मुद्दा उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासी राज्य के लिए एक गंभीर खतरा हैं। झारखंड विधानसभा चुनाव में घुसपैठ का मुद्दा बड़े पैमाने पर प्रचार अभियान में सुनने को मिला था। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी चुनाव प्रचार के दौरान इस मुद्दे पर जोर दे रही थी। वहीं, खुद असम के सीएम घुसपैठ का मुद्दा अपने हर चुनावी सभा में उठा रहे थे।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार देर रात फेसबुक लाइव में कहा, ‘मुझे अब भी विश्वास है कि घुसपैठ की समस्या आने वाले दिनों में झारखंड को बहुत नुकसान पहुंचाएगी। यह आपकी (झामुमो) सरकार है और मैं आपसे इन घुसपैठियों को वापस भेजने या कम से कम उनकी पहचान करने की अपील करता हूं। यह आपका संवैधानिक कर्तव्य है।

झारखंड में चुनाव प्रचार के दौरान घुसपैठ के मुद्दे को बड़े पैमाने पर उठाने वाले बीजेपी नेता ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि झारखंड सरकार इस जिम्मेदारी को पूरा करेगी.’ सीएम सरमा ने इस दौरान नवनिर्वाचित बीजेपी विधायकों से विपक्ष के रूप में अपना कर्तव्य निभाने की बात कही. वहीं, उन्होंने नवनिर्वाचित बीजेपी विधायकों से विधानसभा में घुसपैठ के मुद्दे को उठाने की भी अपील की।

हेमंत सोरेन के झामुमो नीत गठबंधन ने शनिवार को झारखंड में दमदार वापसी करते हुए 81 सदस्यीय विधानसभा में 55 सीट जीतकर लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल की, जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को केवल 22 सीट ही मिल सकीं. वहीं, 4 सीटें अन्य को मिली है।

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