दुर्ग (डेस्क न्यूज)। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट से साइबर अपराधियों ने 49 लाख की ठगी कर दी है। डिजिटल अरेस्ट के इस ताजे मामले में अपराधियों ने पीड़ित को सुप्रीम कोर्ट के वारंट का झांसा देकर इस ठगी को अंजाम दिया। पीड़ित ने भिलाई नगर थाने में मामला दर्ज कराया है।
यह वारदात भिलाई सेक्टर के रहने वाले इंद्रप्रकाश कश्यप के साथ हुई है। वह पश्चिम बंगाल के खड़गपुर स्थित रश्मि ग्रुप आफ कंपनी का वाइस प्रेसिडेंट है। पीड़ित इन्द्र प्रकाश कश्यप को फोन पर धमकी देकर 5 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर रखा गया था। इंद्रप्रकाश ने दुर्ग पुलिस को लिखित में शिकायत दी कि 7 नवंबर को उसे अचानक एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन पर बात करने वाले ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके आधार कार्ड से सिम जारी करवाकर 29 लोगों को आपत्तिजनक मैसेज भेजे गए हैं। इसके अलावा उनके आधार कार्ड से मलाड मुंबई के केनरा बैंक में खाता खोला गया है और उस खाते से करोड़ो का लेनदेन किया गया है। उसमें जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के खाते से भी लेनदेन होने का सबूत मिला है। सीबीआई ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है और सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में गिरफ्तारी वारंटी जारी किया है। यह सुनते ही पीड़ित इंद्र प्रकाश भयभीत हो गया।
आरोपियों ने किया डिजिटल अरेस्ट
आरोपियों ने पीड़ित इंद्र प्रकाश की घबराहट का फायदा उठाकर जांच होने तक उन्हें डिजिटल अरेस्ट करने की बात कही। आरोपी समय पर वीडियो कॉल कर उसकी हर एक्टिविटी पर नजर रखने लगे। आरोपी ने कहा कि वह सीक्रेट्स सुपरविजन अकाउंट खोल रहे हैं, जिसमें उसे सभी खातों के जमा रुपए को ट्रांसफर करना होगा। जिसे दो दिन बाद वापस कर दिया जाएगा। आरोपियों के कहे अनुसार, पीड़ित ने 49 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। लेकिन, जब इंद्रप्रकाश कश्यप को यह बात समझ आई तो उसने तत्काल पुलिस को लिखित में सूचना दर्ज कराई। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच कर रही है। पश्चिम बंगाल पुलिस से भी जानकारी ली जा रही है।