नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की नेता एवं पूर्व सीएम आतिशी ने बीजेपी सरकार के प्राइवेट स्कूलों के लिए लाए जाने वाले बिल को फर्जीवाड़ा करार दिया। उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि बीजेपी का स्कूली शिक्षा पर लाये जाना वाला बिल एक फर्जीवाड़ा है। यह बिल अप्रैल के महीने में कैबिनेट में पास हुआ। अप्रैल में कहा गया कि स्पेशल सेशन होगा जिसमें बिल टेबल होगा, पर टेबल नहीं हुआ। मई और जून में भी इसे अध्यादेश के माध्यम से लाने और केन्द्र सरकार को भेजकर कानून बनाने की बात कही। अब जुलाई में फिर सेशन की बात हुई। चार महीने बीत गए क्यों, क्योंकि प्राइवेट स्कूल की भारतीय जनता पार्टी से सांठ-गांठ है। प्राइवेट स्कूलों ने माता-पिता को डरा धमका कर अप्रैल में मनमानी फीस वसूल ली। और अप्रैल में पूरी फीस वसूलने के बाद चार महीने तक बिल पेश नहीं किया गया। अब जब यह बिल पेश हो रहा है तो ये 100 प्रतिशत फर्जीवाड़ा है।
इस साल 2025-26 में प्राइवेट स्कूलों ने जो बेधड़क फीस बढ़ाई है उसे कंट्रोल करने का कोई प्रावधान नहीं है। 15 जुलाई को लेटेस्ट कमेटी बनेगी। इसके बाद चर्चा बहस के बाद इसे लाया जाएगा। यह मान लीजिए इस साल यह बिल नहीं आएगा। 13 पन्ने के बिल में प्राइवेट स्कूल के खातों को आॅडिट करने का प्रावधान नहीं है। स्कूल फीस बढ़ाने की अध्यक्षता भी प्राइवेट स्कूल की मैनेजमेंट करेगी। वही मैनेजमेंट जिसके खिलाफ माता-पिता 40 डिग्री में उतरकर प्रोटेस्ट कर रहे हैं।
