बलरामपुर। बलरामपुर-रामनुजगंज जिले के कोतवाली थाने में गुरुवार रात को जमकर बवाल हुआ। यहां लोगों ने थाने को घेर लिया और पथराव भी शुरू कर दिया। थाने से लोगों को हटाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इसके बाद भी बवाल थम नहीं रहा था। दरअसल यह पूरा बवाल पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत के बाद शुरू हुआ। युवक ने थाने के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद पुलिस के खिलाफ लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। घटना के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए देर रात थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और कॉन्स्टेबल अजय यादव को निलंबित कर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार थाने के अंदर बाथरूम में एनएचएम कार्यालय में बतौर प्यून पदस्थ संतोषी नगर निवासी गुरुचरण मंडल (30) ने गुरुवार दोपहर गमछा से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद जैसे ही इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को लगी तो बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी पहुंचे। देखते ही देखते बड़ी संख्या में नगरवासी और परिजन भी पहुंचे। इसके बाद लोगों का आक्रोश बढ़ता गया। थाने के अंदर जाने का प्रयास किया जाने लगा, जिसमें भीड़ ने थाने के बाहर रेलिंग को तोड़ दिया। पुलिस ने लोगों को रोकने का प्रयास किया तो थाने पर पथराव करते हुए एसडीएम एवं थाने की गाड़ी में पत्थरबाजी की गई। जिस पर पुलिस के द्वारा आंसू गैस के गोले एवं लाठी चार्ज कर प्रदर्शनकारियों को थाने के बाहर खदेड़ा गया। रातभर थाने के सामने हंगामे की स्थिति बनी रही।पत्नी की गुमशुदगी की शिकायत के बाद पूछताछ से था परेशान गुरुचरण मंडल की आत्महत्या के लोगों ने पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है। दरअसल गुरुचरण मंडल की पत्नी रीना गिरी 29 सितंबर से लापता है। रीना गिरी गुरुचरण की दूसरी पत्नी है। उसकी पहली पत्नी ने उसे छोड़ दिया और उसका एक बच्चा भी है। दूसरी पत्नी रीना के अचानक लापता होने पर गुरुचरण ने इसकी शिकायत कोतवाली थाने में दर्ज कराई। लोगों का आरोप है कि पुलिस उसकी पत्नी के लापता होने का शक गुरुचरण पर ही कर रही थी और उसे बार बार थाने बुलाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। इसी से तंग आकर गुरुचरण ने फांसी लगा ली।
मृतक गुरुचरण मंडल के शव का शुक्रवार को पोस्टमार्टम होगा। गुरुवार को लोगों के आक्रोश को देखते हुए पीएम नहीं कराया गया। शव को मरच्यूरी में रखवाया गया है। लोगों के आक्रोश को देखते हुए मरच्यूरी के पास भी पुलिस बल तैनात किया गया है। पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए अंतिम संस्कार स्थल पर भी पुलिस बल तैनात किया जाएगा।