2030 तक रैबीज से होने वाली मौतों को शून्य करने का लक्ष्य
न्यूज डेस्क। आईसीएमआर इंस्टीट्यूट off एपिडेमियोलाॅजी चेन्नई ने एनिमल बाइट्स को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर स्टडी की है। जिसमें पाया गया है कि देश में हर वर्ष एनिमल बाइट्स के 9 मिलियन केस आ रहे हैं। इस आंकड़ें का जब रैबीज के लिए जब गणितीय आंकलन किया गया तो पाया गया कि देश में प्रतिवर्ष 5700 मौंते रैबीज से हो रही हैं। इसमें से 2 तिहाई केवल कुत्तों के काटने से हैं। भारत में 2030 तक रैबीज से होने वाली मौतों को शून्य करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए कुत्तों को रैबीज वैक्सीन के साथ अस्पतालों में रैबीज के वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता पर विशेष ध्यान देने की जरुरत जताई गई है। इस दौरान यह भी बताया गया कि पहले की अपेक्षा रैबीज के केसों में 75 फीसदी तक कमी भी आई है।


