किसानों की समृद्धि के लिए हरसंभव प्रयास होंगे। उत्पादन कैसे बढ़े बिहार का चिड़वा कैसे विदेशों में निर्यात हो इसके लिए भी योजना बनाई जाएगी। शिवराज सिंह ने कहा कि ‘अन्नदाता सुखी भव:’ ही सब कुछ है, देश का अन्नदाता सुखी हो जाएगा तो देश भी सुखी हो जाएगा।
पूर्वी चम्पारण| विकसित कृषि संकल्प अभियान’ को लेकर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अभियान के पांचवें दिन बिहार, पूर्वी चम्पारण के पीपराकोठी में किसानों से संवाद किया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूर्वी चम्पारण की पीपराकोठी पुण्य भूमि है। इसी पावन धरती से महात्मा गांधी जी ने सत्याग्रह और अहिंसा का मंत्र पूरी दुनिया को दिया। इस पुण्य भूमि को मैं बारंबार प्रणाम करता हूं। शिवराज सिंह ने कहा कि कृषि मंत्री का मतलब होता है किसानों का पहला सेवक। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा।
लीची 48 घंटे में खराब ना हो बनाएंगे कोल्ड स्टोरेज
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज लीची की पैदावार करने वाले किसानों से संवाद भी किया। लीची के किसानों ने मुझसे समस्या साझा की है। लीची के जल्दी खराब होने की प्रवृत्ति के कारण पैदावार को 48 घंटों के भीतर बेचना होता है, जिस कारण कभी-कभी कम दाम मिलते है। इस समस्या को दूर करने के लिए हम कदम उठाएंगे। इस संबंध में केंद्रीय कृषि मंत्री ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों से शोध करने और ऐसी तकनीकों को अपनाने का निर्देश दिया जिससे लीची जल्दी खराब न हो, और किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल सके। इस दिशा में कोल्ड स्टोरेज की संख्या में वृद्धि की भी बात कही।
मक्के की खेती में तेजी से इजाफा
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की कारगर नीतियों के फलस्वरुप बिहार में मक्के की खेती में तेजी से इजाफा हो रहा है। मक्के का प्रयोग अब इथेनॉल में भी होने लगा है। पहले 1200 से 1500 रुपये के बीच प्रति क्विंटल मक्का बिकता था। इथेनॉल के कारण मक्के के दाम में वृद्धि हुई है। पहले जहां मक्का प्रति हेक्टेयर 23 से 24 क्विंटल था वही बढ़कर अब 50 से 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हो गया है।

चावल की दो नई किस्म
शिवराज सिंह ने बासमती के साथ-साथ चावल की अन्य किस्मों में भी उत्पादन वृद्धि के लिए वैज्ञानिकों को शोध करने एवं उन्नत किस्म के बीज विकसित करने के निर्देश दिए। चौहान ने कहा कि बिहार में किसानों के पास छोटे-छोटे खेत है, लेकिन इसके बावजूद बिहार के किसान धरती से सोना उगा रहे हैं। चौहान ने हाल ही में चावल की दो नई किस्मों के विकसित किए जाने की भी जानकारी दी और बताया कि शोध के जरिए ऐसे दो नई किस्मों का निर्माण किया गया है जिसमें पानी भी 20 प्रतिशत कम लगेगा और उत्पादन 30 प्रतिशत बढ़ जाएगा।

चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बिहार की फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे| अन्न के साथ-साथ फल-फूल सब्जियां इत्यादि के भी उत्पादन वृद्धि पर भी जोर है।
नकली कीटनाशक के खिलाफ सख्त कदम
शिवराज सिंह ने कहा कि नकली कीटनाशक बनाने वाली कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं जा रहे हैं। नकली कीटनाशक बनाने वालों के प्रति सख्त कार्रवाई की जाएगी, किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। चौहान ने कहा कि खेती में चमत्कार और गंगा व जमुना की भांति ‘लैंब को लैंड’ से जोड़ने के लिए ही ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ बनाया गया है। इस अभियान के तहत 16 हजार वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं से निकलकर गांव-गांव जाकर किसानों से बात कर रहे हैं।
बिहार का चिड़वा कैसे विदेशों में निर्यात हो
अंत में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी से एक राष्ट्र-एक कृषि-एक टीम के मंत्र को लेकर आगे बढ़ने का आह्वान किया। चौहान ने कहा कि किसानों की समृद्धि के लिए हरसंभव प्रयास होंगे। उत्पादन कैसे बढ़े बिहार का चिड़वा कैसे विदेशों में निर्यात हो इसके लिए भी योजना बनाई जाएगी। शिवराज सिंह ने कहा कि ‘अन्नदाता सुखी भव:’ ही सब कुछ है, देश का अन्नदाता सुखी हो जाएगा तो देश भी सुखी हो जाएगा। पूर्वी चम्पारण से सांसद राधा मोहन सिंह सहित, विधायक, वैज्ञानिक, अधिकारीगण और बड़ी संख्या में किसान कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
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