गोरखपुर ।पाकिस्तान के जासूसी सीआरपीएफ जवान की जाँच में रोज़ नए ख़ुलासे हो रहे हैं। जांच टीम को पता चला कि पन्नेलाल नामक व्यापारी के खाते से उसे पैसा ट्रांसफर किया गया था। एजेंसी का मानना है कि यह पैसा आईएसआई एजेंट द्वारा हवाला के जरिए सीआरपीएफ जवान के खाते में डाला गया । एनआईए की टीम खजनी में उसके बच्चों से पूछताछ किया है।लैपटॉप व कुछ संदिग्ध चीजों को ज़ब्त कर लिया है।
पन्नेलाल के बेटे अमन को चार जून को दिल्ली बुलाया गया है । टीम ने उसके घर में 8 घंटे तक जाँच की ।
सीआरपीएफ जवान के खाते में जुटी गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र के पन्नेलाल के बैंक खाते से पैसा भेजा गया था ।पन्नेलाल बैंकॉक में कारोबार करता है
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पन्नेलाल पांच महीने पहले घर आया था । ताजूब की बात यह है कि उसकी फैमिली को यह भी नहीं पता कि वह बैंकॉक में क्या कारोबार करता है।पन्नेलाल 1992 से वहीं रहता है और ५ महीने पहले ही वह खजनी अपने घर आया था ।
बैंकाक पैसा हवाला गतिविधियों का गढ़ माना जाता है।पन्नेलाल के बेटे ने कहा कि उसे चाय की दुकान पर मिले एक व्यक्ति ने 15 हजार रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा था और इसके बदले कैश दिया था।
एनआईए की कार्रवाई से हड़कम्प मचा रहा। टीम ने हजार रुपये के ट्रांजेक्शन में पूछताछ की बात कही|
खजनी अमन ने दस हजार रुपये अपने खाते से तो वहीं पांच हजार रुपये उसकी बहन शिवानी ने अपने खाते से ट्रांसफर कर दी थी। एनआईए इस बात को मानने को तैयार नहीं है। टीम को शक है कि पन्नेलाल के कहने पर ही ट्रांजेक्शन हुए हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले में केस भी दर्ज किया गया है। टीम ने मोबाइल का एक्सेस भी लिया है। उसी आधार पर उसका डाटा खंगालने में टीम जुटी हुई थी। हालांकि पूछताछ के बाद बाहर निकली टीम ने मीडिया से कुछ बताने से इंकार कर दिया है। एनआईए टीम ने अमन और उसकी दोनों बहनें शिवानी और शिवाली से पूछताछ की। इसके बाद अमन को 4 जून को दिल्ली कार्यालय में पहुंचने के लिए नोटिस देकर टीम वापस हो गई।
