नई दिल्ली। बीएसएफ कांस्टेबल पीके साहू 23 अप्रैल को अनजाने में सीमा पार कर पाकिस्तान चले गए थे| आज अटारी बॉर्डर पर उन्हें पाकिस्तानी रेंजर्स ने रिहा कर दिया| 22 दिनों के बाद अटारी-वाघा बॉर्डर पर पीके साहू भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया। सीमा सुरक्षा बल ने बताया कि पीके साहू को आज सुबह 10:30 बजे पाकिस्तानी रेंजर्स ने भारतीय अधिकारियों को सौंपा.| बीएसएफ कांस्टेबल की सुरक्षित वापसी के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर बातचीत हुई थी । बीएसएफ जवान सेफ है । बीएसएफ जवान की पत्नी रजनी साहू ने बीएसएफ, बंगाल सरकार, पीएम मोदी से अपने पति को छुड़वाने की गुहार लगाई थी। पीएम मोदी ने ख़ुद रजनी को फ़ोन कर इसका संज्ञान लिया था । गौरतलब हो कि जवान की पत्नी प्रेग्नेंट हैं, उनकी स्वास्थ्य चिंता को ध्यान में रखते हुए बीएसएफ अधिकारियों ने भी जवान के रिहाई के प्रकरण को गंभीरता से लिया था। अंततः पाकिस्तान बिना किसी शर्त के जवान को छोड़ने के लिए राजी हो गया। जवान का मेडिकल चेकअप किया गया। इसके बाद उसे घर भेज दिया गया। इधर जवान की पत्नी ने बीएसएफ और पीएम मोदी को धन्यवाद कहा है।
