अमरावती। क्वांटम कंप्यूटिंग में आंध्र-प्रदेश को देश में सबसे आगे बनाने के लिए मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू ने अमरावती केंद्र में क्वांटम कंप्यूटिंग गतिविधियों को शुरू करने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को, आंध्र-प्रदेश सरकार ने आईबीएम, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), लार्सन एंड टूब्रो (एल एंड टी) कंपनियों के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके साथ ही अमरावती में भारत का पहला अत्याधुनिक क्वांटम वैली टेक पार्क बनेगा। देश में पहली बार अमरावती में 156 क्यूबिट हेरॉन प्रोसेसर वाला सबसे बड़ा क्वांटम कंप्यूटर ’क्वांटम सिस्टम 2’ लॉन्च होने जा रहा है।
आंध्र-प्रदेश के लिए ऐतिहासिक दिन
एमओयू के अवसर पर मुख्यमंत्री चंद्रबाबू ने कहा कि 1990 के दशक में देश में आईटी क्रांति के लिए आंध्र-प्रदेश महत्वपूर्ण था, और अब यह देश में क्वांटम क्रांति का नेतृत्व भी कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आईबीएम, टीसीएस, एल एंड टी के साथ समझौता केवल आंध्र-प्रदेश नहीं बल्कि भारत के लिए भी ऐतिहासिक है। कहा जाता है कि ’क्वांटम कंप्यूटिंग’ भविष्य के शासन और नवाचारों की नींव होगी। सीएम चंद्रबाबू ने कहा कि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे नए अवसर आ रहे हैं, लेकिन उन्हें देना देश की सेवा में लगाना उससे भी महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने कहा भविष्य की सभी जरूरतें क्वांटम कंप्यूटिंग पर निर्भर हैं। इसलिए वो अमरावती को क्वांटम घाटी बनाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने आईबीएम, टीसीएस संगठनों के प्रतिनिधियों को अमरावती को सिलिकॉन वैली की तरह क्वांटम वैली बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने हैदराबाद में अपने १५ महीने में हाईटेक सिटी बनाने के अनुभव को याद करते हुए कहा कि कम समय में क्वांटम वैली बन सकती है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एल एंड टी के लिए पहले से ही आवंटन किए जा चुके बुनियादी ढांचे को जल्द से जल्द विकसित करें। बताया जा रहा है कि इस उद्देश्य के लिए दो विशेष समितियां बनाई जा रही हैं। एक समिति निर्माण की प्रगति की जांच करती है तो दूसरी समिति को व्यवस्था विकास पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस परियोजना की विस्तार से जानकारी बहुत जल्द दी जाएगी।
क्वांटम यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़
आईबीएम क्वांटम उपाध्यक्ष जय गम्बेटा ने कहा कि भारत में आईबीएम क्वांटम सिस्टम 2 की स्थापना देश की क्वांटम यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। आंध्र प्रदेश सरकार टीसीएस के साथ काम करने से क्वांटम एल्गोरिथ्म के विकास में तेजी आएगी। टीसीएस सीईओ डॉ. हैरिक विन का कहना है कि क्वांटम और शास्त्रीय प्रणालियों के संयोजन से हाइब्रिड कंप्यूटिंग जीव विज्ञान, सामग्री और क्रिप्टोग्राफी जैसे क्षेत्रों में परिणामों में क्रांति लाई जा सकती है।टीसीएस प्रतिनिधियों ने कहा कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू के नेतृत्व में टीसीएस ने राज्य में पहली बार डिजिटल शासन का बीज बोया है ।
क्वांटम घाटी के माध्यम से अनुसंधान और विकास को आगे बढ़ाया जा सकता है। इससे 17 राज्यों के 43 केंद्रों को नेटवर्क के माध्यम से सीधा लाभ मिलेगा। आईबीएम के उपाध्यक्ष स्कॉट क्राउडर ने कहा कि क्वांटम कंप्यूटिंग एक दूसरी क्वांटम क्रांति है और इसका उपयोग ईवी बैटरी से अर्थव्यवस्था की वृद्धि में फायदेमंद रहेगा । ताजा समझौते के साथ अमरावती में क्वांटम घाटी के गठन की ओर पहला कदम उठाया गया है। राज्य सरकार आंध्र प्रदेश को क्वांटम कंप्यूटिंग अनुसंधान के लिए राष्ट्रीय केंद्र बनाकर बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करने की कोशिश कर रही है।
