हाई वोल्टेज लाइन की चपेट में आने से हुई है ठेका श्रमिक की मौत
छमुमो और ठेका श्रमिकों ने आश्रित को नौकरी देने की मांग भी उठाई
BHILAI। अदानी ग्रुप की एसीसी कंपनी जामुल में गुरुवार की सुबह एक घटना में ठेका श्रमिक की मौत हो गई। इसके बाद छग मुक्ति मोर्चा व ठेका श्रमिकों ने एक करोड रुपए मुआवजा व नौकरी देने की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। बता दें कि हाई वोल्टेज लाइन की चपेट में आने से एक ठेका श्रमिक की एसीसी प्लांट में मौत हो गई थी। प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप श्रमिकों लग रहा है। घटना के बाद छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा व ठेका श्रमिकों ने कंपनी में प्रदर्शन शुरू कर दिया है और मृतक के स्वजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा व स्थाई नौकरी देने की मांग की। इधर घटना के बाद से ही जामुल पुलिस भी मौके पर तैनात है।पुलिस ने बताया कि विश्वकर्मा चौक जामुल निवासी आबिद खान (29) की गुरुवार की सुबह करंट लगने से मौत हो गई। वे ठेका श्रमिक के रूप में कंपनी में बीते 10 साल से कार्य कर रहा था। गोदाम की बिजली सप्लाई में खराबी आने की सूचना पर आबिद सुधारने के लिए गया था। जानकारी से अनुसार पैनल को खोलकर सुधार कार्य कर ही रहा था कि वो हाई वोल्टेज लाइन की चपेट में आ गया। बताया जा रहा है कि वहां एक तार में हाई वोल्टेज लाइन प्रवाहित हो रही थी और आबिद को इसकी जानकारी नहीं थी। वो उससे चिपक गया और कुछ देर बाद जमीन पर गिर गया। कुछ देर बाद कंपनी के कुछ कर्मचारी गोदाम में गए तो आबिद जमीन पर पड़ा हुआ था। करंट की चपेट में आने से उसका पूरा शरीर काला पड़ गया था और उससे जलने की दुर्गंध भी आने लगी थी। उसे फौरन अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को चीरघर में रखवाया गया है।इधर, घटना के बाद छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारियों और कंपनी के ठेका श्रमिकों ने कंपनी में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मृतक के दो बच्चे हैं। दोनों बच्चों के नाम पर 40-40 लाख रुपये और पिता के नाम पर 20 लाख रुपये की एफडी की जाए। साथ ही मृतक के बच्चों की पढ़ाई व शिक्षा की जिम्मेदारी भी प्रबंधन उठाए। मृतक की पत्नी को कंपनी में स्थाई नौकरी दी जाए। मांग पूरी न होने पर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी जा रही है।