नई दिल्ली (पीएमओ)। छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाग लिया। इस मौके पर बे off बंगाल में समृद्धि के कार्य, काउंटर टेरेरिज्म, साइबर क्राइम, नशीले प्रदार्थ और मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई पर साथ कार्य करने की बात की। उन्होंने इलेक्ट्रानिक ग्रिड इंटरकनेक्शन, बिम्सटेक चैंबर off कार्मस , टिकाउ समुद्री परिवहन, आपदा प्रबंधन, नैनोसैटेलाइट के लिए ग्राउंट स्टेशन और 300 बिम्सटेक देशों के युवाओं को भारत में ट्रेनिंग, बिम्सटेक म्यूजिक फेस्टिवल के आयोजन जैसे विषयों पर अपना सुझाव दिया। थाईलैंड के प्रधानमंत्री शिन्नावात का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने अपने वक्तव्य की शुरुआत की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सबसे पहले, मैं म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के कारण हुई जान-माल की हानि पर सभी भारतीयों की ओर से गहरी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूँ। और, इस आपदा में जो लोग घायल हुए हैं, उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूँ।
पिछले तीन वर्षों में बिम्सटेक की अध्यक्षता और संचालन को कुशलतापूर्वक और प्रभावशाली ढंग से आगे बढ़ाने के लिए मैं थाईलैंड के प्रधानमंत्री और उनकी टीम को बधाई देता हूँ।
समृद्धि के संकल्प को करेंगे साकार
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिम्सटेक दक्षिण एशिया और पूर्व एशिया को जोड़ने वाला एक सेतु है, यह क्षेत्रीय संपर्क, सहयोग और समृद्धि की नई राहें खोलने के लिए एक प्रभावी मंच के रूप में उभर रहा है। खुशी की बात है कि पिछले साल बिम्सटेक चार्टर लागू हो गया है। मुझे विश्वास है आज हम जो ‘बैंकॉक विजन 2030’ अपना रहे हैं, वह ठंल व िठमदहंस क्षेत्र में समृद्धि, सुरक्षा और समावेशिता के हमारे संकल्प को साकार करेगा। बिम्सटेक को और सशक्त बनाने के लिए हमें इसके कार्यक्षेत्र और क्षमता का निरंतर विस्तार करते रहना होगा।
साइबर क्राइम एवं मानव तस्करी रोकने पर जोर
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि होम मिनिस्ट्री मेकनिजम को संस्थागत रूप दिया जा रहा है। साइबर क्राइम, साइबर सिक्योरिटी, काउंटर टेरेरिज्म, ड्रग एंड मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई में यह फोरम अहम भूमिका निभा सकता है। इसके लिए मैं इस वर्ष भारत में इसकी पहली बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव रखता हूँ। क्षेत्रीय विकास के लिए, फिजिकल के साथ-साथ डिजिटल और एनर्जी कनेक्टिविटी भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इलेक्ट्रानिक ग्रिड इंटरकनेक्शन पर कार्य
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी है कि बंगलुरु स्थित बिम्सटेक एनर्जी सेंटर ने कार्य शुरू कर दिया है। मेरा सुझाव है कि हमारी टीम्स इलेक्ट्रिक ग्रिड इंटरकनेक्टिीविटी पर तेजी से काम करें। भारत मेें डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर से पब्लिक सर्विस डेलीवेरी में क्रांति आई है। गुड गवर्नेंस और पारदर्शिता बढ़ी है और फाइनेंसियल इन्कूलूजन को बल मिला है। बिम्सटेक देशों के साथ डीपीआई का अनुभव साझा करने में हमें खुशी होगी। इसके लिए बिम्सटेक देशों की जरूरतों को समझने के लिए एक पाइलट स्टडी की जा सकती है।
साथ ही, भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यूपीआई और बिम्सटेक क्षेत्र में पेमेंट सिस्टम कनेक्टविटी का भी प्रस्ताव रखता हूँ। इससे व्यापार, उद्योग और टूरिज्म, सभी स्तरों पर लाभ होगा।
बिम्सटेक चैंबर off कार्मस बनाने का सुझाव
प्रधानमंत्री ने कहा कि व्यापार और व्यवसायिक कनेक्टिविटी भी हमारी प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है।हमारे बिजनेसेज के बीच सहयोग और समन्वय बढ़ाने के लिए, मैं बिम्सटेक चैंबर आफ कार्मस की स्थापना का प्रस्ताव रखता हूँ। साथ ही, हर साल में बिम्सटेक बिजनेस सम्मिट भी आयोजित की जायेगी। मेरा सुझाव है कि बिम्सटेक क्षेत्र मेें लोकल करेंसी में व्यापार की संभावनाओं पर एक फेसिबिलिटी स्टडी भी की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि फ्री ओपन सोर्स, सेफ इंडियन ओशेन हमारी साझी प्राथमिकता है। आज संपन्न हुए मैरीटाइम ट्रांसपोर्ट एग्रीमेंट से मर्चेन्ट शिपिंग और कार्गो ट्रांसपोर्ट में सहयोग मजबूत होगा। व्यापार को गति मिलेगी।
टिकाउ समुद्री परिवहन की स्थापना
उन्होंने कहा कि हमारा प्रस्ताव है कि भारत में एक टिकाउ समुद्री परिवहन स्थापना की जाये। यह सेंटर क्षमता निर्माण, रिसर्च, इनोवेशन और मैरीटाइम नीतियों में समन्वय बढ़ाने के लिए काम करेगा। मैरीटाइम सिक्युरिटी में हमारे सहयोग को भी बढ़ावा मिलेगा।
आपदा प्रबंधन के लिए बने सेंटर
प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में आए भूकंप ने हमें याद दिलाया कि बिम्सटेक क्षेत्र प्राकृतिक आपदाओं के प्रति कितना असुरक्षित है।
भारत हमेशा अपने मित्र देशों के लिए फस्ट रिस्पांसर की तरह कार्य करता है। यह हमारा सौभाग्य है कि म्यांमार के लोगों के लिए समय पर राहत पहुँचाने में सक्षम रहे हैं। आपदाओं को रोका नहीं जा सकता, लेकिन उनसे निपटने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए।
इस संदर्भ में, मैं भारत में बिम्सटेक सेंटर आॅफ एक्सीलेंस डिजास्टर मैनेजमेंट स्थापित करने का प्रस्ताव रखता हूँ। यह सेंटर, आपदा प्रबंधन, राहत और पुनर्वास में सहयोग करेगा। साथ ही, इस वर्ष बिम्सटेक डिजास्टर मैनेजमेंट एथोरिटी के बीच चैथी ज्वाइंट एक्सरसाइज भारत में की जाएगी।
कैंसर केअर और कैपेसिटी बिल्डिंग में भारत देगा सहयोग
प्रधानमंत्री ने कहा कि पब्लिक हेल्थ हमारी सामाजिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। उन्होंने कहा कि मुझे कहते हुए खुशी है कि बिम्सटेक देशों में कैंसर केअर में ट्रेनिंग और कैपेसिटी बिल्डिंग के लिए भारत सहयोग देगा। होस्लिस्टिक हेल्थ की दृष्टि से, ट्रेडिशनल मेडिसिन में रिसर्च और प्रसार के लिए एक सेंटर आॅफ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा।
उसी तरह, किसानों के लाभ के लिए नाॅलेज एंड बेस्ट प्रैक्टिस के आदान प्रदान, रिसर्च और कैपेसिटी बिल्डिंग और भारत में एक सेंटर आॅफ एक्सीलेंस खोलने का प्रस्ताव रखते हैं।
नैनो सैटेलाइट के लिए ग्राउंड स्टेशन का प्रस्ताव
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्पेस क्षेत्र में भारत के वैज्ञानिकों ने जो प्रगति की है, वह ग्लोबल साउथ के सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। हम अपने अनुभव आप सभी के साथ साझा करने के लिए तैयार हैं।
इस संदर्भ में, बिम्सटेक देशों के लिए मैनपावर ट्रेनिंग, नैनो सैटेलाइट के निर्माण और लॉन्च, रिमोर्ट सेसिंग डेटा के उपयोग के लिए ग्राउंड स्टेशन स्थापित करने का प्रस्ताव रखता हूँ।
बिम्सटेक के 300 युवाओं को हर साल भारत में ट्रैनिंग
प्रधान मंत्री ने कहा कि युवाओं की स्किलिंग के लिए हम बोधी यानी बिम्सटेक फाॅर आॅर्गेनाइज्ड डेवलपमेंट आॅफ ह्यूमन रिसोर्स इन्फ्रास्टक्चर इनिसिएटीव शुरू करेंगे। इसके अंतर्गत, बिम्सटेक देशों के 300 युवाओं को हर साल भारत में ट्रैनिंग दी जाएगी। भारत के फाॅरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट में बिम्सटेक छात्रों के लिए स्कॉलरशिप दी जाएंगी। नालंदा विश्वविद्यालय में भी स्कॉलरशिप स्कीम का विस्तार किया जाएगा। बिम्सटेक देशों के युवा डिप्लोमा के लिए हर साल ट्रेनिंग प्रोगाम आयोजित किया जाएगा।
बिम्सटेक म्यूजिक फेस्टिवल का आयोजन होगा
उन्होंने कहा कि हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत हमारे संबंधों की मजबूत नींव हैं। ओडिशा की ‘बाली जात्रा’, बौद्ध और हिन्दू परंपराओं के गहरे ऐतिहासिक संबंध, हमारी भाषाएँ, यह सभी हमारे सांस्कृतिक जुड़ाव के प्रतीक हैं। इन संपर्कों को उजागर करने के लिए, इस वर्ष भारत में पहले बिम्सटेक ट्रेडिशनल म्यूजिक फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे युवाओं के बीच आदान-प्रदान बढाने के लिए, इस वर्ष बिम्सटेक यंग लीडर सम्मिट आयोजित की जाएगी। और, बिम्सटेक हैकथन और यंग लीडर प्रोफेशन प्रोग्राम की शुरुआत की जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं खेलों के क्षेत्र में, भारत में इस वर्ष बिम्सटेक एथलेटिक मीट आयोजित करने का प्रस्ताव रखता हूँ। 2027 में, बिम्सटेक की तीसवीं वर्षगांठ के अवसर पर, हम पहले बिम्सटेक गेम होस्ट करने की घोषणा करते हैं। बिम्सटेक हमारे लिए केवल एक क्षेत्रीय संगठन नहीं है। यह हमारे समावेशी विकास और सुरक्षा का एक मॉडल है। यह हमारे साझा संकल्पों और सामूहिक शक्ति का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने अंत में कहा कि मुझे विश्वास है कि हम एकजुटता, सहयोग और विश्वास की भावना को और मजबूत करेंगे, और मिलकर बिम्सटेक को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे!
