डेस्क न्यूज। नवरात्रि जगत जननी माॅं जगदम्बा की आराधना का त्योहार है। भजन-कीर्तन, जयकारे और आरतियों से गूंजते इन नौ दिनों की छटा निराली होती है। इस त्योहार में मंदिरों में जलते हजारों ज्योतिकलश और जवारे सदियों से भक्ति और विश्वास का प्रतीक हैं। देवी की आराधना में आखिर क्यों इतने सारे जवारेे लगाए जाते हैं क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है! तो आइए, हम आपको आज इस जवारे की महिमा के बारे में बताते हैं।
महत्व
जवारें यानि की जौ सुख-समृद्धि और संपन्नता का प्रतीक हैं। मान्यता है कि इस सृष्टि के निर्माण में जौ पहली फसल थी, इसलिए इसे पूर्ण फसल का दर्जा दिया गया है। पौराणिक मान्यताओं में ऋषियों को सभी धान्यों में जौ सर्वाधिक प्रिय है। ऋषि तर्पण जौ से किया जाता है।
नवरात्रि को दो ऋतुओं का संधि काल कहा जाता है। चैत्र नवरात्रि सर्दी व गर्मी संधिकाल हैं। चैत्र संधिकाल में रबी की फसल तैयार होती है। इसी कारण भूमि की गुणवत्ता को जांचने के लिए जौ उगाकर देखा जाता है कि आने वाली फसल कैसी होगी?

नवरात्रि में क्यों बोया जाता है
– जौ बोने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं।
-इससे घरों और मंदिरों में देवी का स्वागत किया जाता है।
– जौ बोने से घर में सुख-समृद्धि आती है.
– घर पर देवी अन्नापूर्णा की कृपा होती है।


जौ के रंग की धार्मिक मान्यताएं

जौ के रंग की धार्मिक मान्यता है कि यदि जौ उपर से हरा और नीचे से पीला है तो आने वाला वर्ष आधा अच्छा और आधा बुरा जाएगा। यदि जौ पूरी तरह से हरा या पीला है तो इसे संपूर्ण वर्ष के खुशहाली का सूचक माना जाता है यानि आने वाला वर्ष अच्छा रहेगा।

वैज्ञानिक महत्व
जवारे के रस में कई पोषक तत्व होते हैं, इसे संजीवनी की तरह माना जाता है। जवारे के रस में विटामिन ए, सी, ई, के, और बी कांप्लेक्स प्रचुर मात्रा में होता है। आयुर्वेद में इसे औषधिय और बुद्धिवर्धक अनाज के रूप में बताया गया है।

-यह पाचन शक्ति को बढ़ाता है और पित्त शमन को दूर करता है।

– यह त्वचा की समस्याओं को ठीक कर सकता है।

-यह इम्यून सिस्टम को मजबूत और हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है।

– जौ को जलाकर इसके पाउडर का उपयोग खांसी को दूर करने में किया जाता है।
– यह हाई बीपी, जुकाम, अस्थमा, एलर्जी, पथरी, अल्सर, कैंसर, टाइप 2 मधुमेह, आंतों की सूजन में फायदेमंद होता है।

– यह कोलेस्ट्रॉल कम करता है, लीवर के लिए फायदेमंद है।

-यह शरीर को ऊर्जावान और प्रसन्नचित्त बनाता है।

-यह बाल समय से पहले सफेद नहीं होने देता।

-जवारे के रस के फायदे पाने के लिए आपको इसका नियमित सेवन करना चाहिए।

By Pooja Patel

प्रोड्यूसर एंड सब एडिटर डेली हिन्दी मिलाप हैदराबाद, दैनिक भास्कर, नई दुनिया, भास्कर भूमि, राजस्थान पत्रिका में 14 वर्ष का कार्यानुभव

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