श्रीनगर (एजेंसी)। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज फिर से अनुच्छेद 370 और 35.ए का मुद्दे के साथ राज्य में पनप रहे नशे की लत और अवैध खनन जैसे मुद्दे उठाए गए। सांबा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुरजीत सिंह सलाथिया अनुच्छेद 370 को राज्य की नियति बदल देने वाला कदम बताया। सलाथिया ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो कुछ भी किया है। वह जम्मू.कश्मीर के लोगों की बेहतरी के लिए किया है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के अन्य विधायको ने भी सलाथिया का समर्थन किया। इस दौरान एनसी और भाजपा विधायकों के बीच जमकर बहसबाजी हुई। एनसी विधायकों ने सलाथिया के दावे का विरोध किया और कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और लोगों की इच्छा के खिलाफ है।
विधानसभा के प्रश्नकाल के दौरान जम्मू.कश्मीर में बढ़ रहे नशे के खतरे पर बोलते हुए डोडा विधायक मेहराज मलिक ने आरोप लगाया कि इस खतरे को बढ़ाने के पीछे भाजपा का हाथ है और जब शिक्षित युवाओं के पास कोई रोजगार नहीं होता है तो वे नशे की लत में मजबूर हो जाते हैं। उन्होंने शराब की दुकानें बंद करने और नशे की समस्या को गंभीरता से हल करने की मांग की।
पंपोर से एनसी विधायक हसनैन मसूदी ने कहा कि जम्मू.कश्मीर के 10 लाख युवा नशे की लत में फंसे हुए हैं और इस पर गंभीरता से विचार किए जाने की जरूरत है। कुलगाम के विधायक एम वाई तारिगामी ने इस खतरे की जांच के लिए सदन की एक समिति गठित करने की मांग की। स्पीकर अब्दुल रहीम राथर ने घोषणा की कि इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए इस पर विचार-विमर्श करने और सदस्यों से सुझाव लेने के लिए आधे घंटे की चर्चा होगी।
अवैध खनन के मुद्दे पर भाजपा विधायक आरएस पठानिया ने उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चैधरी ने उधमपुर में अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सुरिंदर चैधरी ने कहा कि भाजपा विधायक इस बात से परेशान हैं कि सरकार ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
