नई दिल्ली (डेस्क न्यूज़)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को घोषणा की कि अगले साल से कुछ कक्षाओं के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की पाठ्यपुस्तकों की कीमतें कम होंगी।
प्रधान ने कहा कि परिषद वर्तमान में प्रति वर्ष पांच करोड़ पाठ्य पुस्तकें छापती है और अगले वर्ष से इस क्षमता को बढ़ाकर 15 करोड़ करने की दिशा में काम किया जा रहा है।धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक की किताबों की कीमतों में 20 प्रतिशत की कमी की है।
किताबों की कीमतों में यह कमी आगामी शैक्षणिक वर्ष से लागू होगी। उन्होंने बताया कि एनसीईआरटी ने अगले एकेडमिक ईयर में 15 करोड़ बुक बनाने की तैयारी किया है जो पहले 5 करोड़ थी। एनसीईआरटी ने अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। इन प्लेटफॉर्म के जरिए अब गांवों में भी किताबें कम कीमत पर उपलब्ध होंगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि साल 2013-14 में बच्चों में हैंड वाश की आदतों में बढ़ोतरी हुई है। साल 2013-14 में यह 43.5% था जो अब 95% हो गया है। वहीं स्कूलों में प्लेग्राउंड की संख्या में 82प्रतिशत की वृद्धि हुई और लाइब्रेरी में 89% की।
उन्होंने कहा कि कई पैरामीटर में क्वांटम जंप हुए हैं, स्कूली शिक्षा की क्वालिटी मैं बहुत सुधार हुआ है| देश में मूक-बधिर बच्चों के लिए 31 साइन लैंग्वेज वाले चैनल लॉन्च किए गए हैं| मंत्री ने कहा कि पीएम पोषण पर हमने अंतिम 10 साल में 104930 करोड़ रुपए खर्च किया है| वहीं हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। देश में विश्वविद्यालय की संख्या में 60% वहीं कॉलेज की संख्या में 21 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। हायर एजुकेशन में छात्रों की एनरोलमेंट में भी बढ़ोतरी हुई है।