नई दिल्ली( डेस्क न्यूज़)। राज्यसभा में आज भीमराव अंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिया गया बयान विवादों में घिर गया। अपने भाषण में अमित शाह ने कहा आंबेडकर के नाम को लोगों ने ‘फैशन’ बना लिया है। उनके बयान से बिफरी कांग्रेस इसे संविधान निर्माता का अपमान बता रही है, जबकि BJP, कांग्रेस पर घटिया राजनीति करने का आरोप लगा रही है। विपक्षी सांसदों ने संसद में आंबेडकर की तस्वीरें लेकर शाह से माफी की मांग की। इस पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया है और संसद में हंगामा भी देखने को मिला। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शाह से इस्तीफा मांगा है।

शाह ने कहा कि आजकल आंबेडकर का नाम लेना एक फैशन बन गया है। उन्होंने कहा, ‘अभी एक फैशन हो गया है – आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। सौ बार और नाम लीजिए, लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि आपके मन में उनके लिए क्या भावना है?उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू की सरकार से मतभेद के चलते आंबेडकर को पहले मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था।

शाह ने कहा, ‘आंबेडकर जी ने कई बार कहा था कि अनुसूचित जाति और जनजाति के साथ हो रहे व्यवहार से वे संतुष्ट नहीं हैं। अंबेडकर सरकार की नीतियों और अनुच्छेद 370 पर उसके रुख से भी खुश नहीं थे। वे (मंत्रिमंडल से) इस्तीफा देना चाहते थे, उन्हें आश्वासन दिया गया, और जब आश्वासन पूरा नहीं हुआ, तो उन्होंने इस्तीफा दे दिया।’

‘गृह मंत्री के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा, ‘जो मनुस्मृति का पालन करते हैं, उन्हें स्वाभाविक रूप से आंबेडकर से परेशानी होगी।’

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी शाह पर निशाना साधते हुए कहा, ‘गृहमंत्री ने जो आज भरे सदन में बाबासाहेब का अपमान किया है, उससे ये फिर एक बार सिद्ध हो गया है कि भाजपा-आरएसएस तिरंगे के खिलाफ थे। उनके पुरखों ने अशोक चक्र का विरोध किया। संघ परिवार के लोग पहले दिन से भारत के संविधान के बजाय मनुस्मृति लागू करना चाहते थे।’

कांग्रेस अध्यक्ष ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘बाबासाहेब डॉ आंबेडकर जी ने ये नहीं होने दिया, इसलिए उनके प्रति इतनी घृणा है।’

भाजपा बोली- कांग्रेस के पेट में दर्द क्यों 

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “कांग्रेस ने कभी डॉ. भीमराव अंबेडकर जी का सम्मान नहीं किया, उन्हें हमेशा नीचा दिखाने की कोशिश की। कल सदन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अंबेडकर और दलित समाज के प्रति जब अपनी बात रखी तो कांग्रेस के पेट में दर्द होना शुरू गया। कांग्रेस की सच्चाई अब देश जान रहा है तो कांग्रेस भयभीत हो रही है। चिंतित है कि उनकी बची-खुची जमीन भी छिनने जा रही है। कांग्रेस जवाब दे, राहुल जी, सोनिया जी और खड़गे जी जवाब दें, उन्होंने कब बाबा साहब और उनकी भावनाओं का सम्मान किया?”

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