New Delhi| केन्द्रीय संचार एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर ने डाक विभाग (डीओपी) में राजस्व रिसाव को दूर करने के लिए एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने डाक नेटवर्क में राजस्व रिसाव को रोकने के लिए एक बहुआयामी, प्रौद्योगिकी द्वारा समर्थित, मजबूत और प्रोत्साहन-आधारित ढांचा अपनाने का आह्वान किया।
उन्होंने प्रतिदिन 10,000, 5,000 और 1,000 से अधिक लेन-देन करने वाले उच्च-मात्रा वाले डाकघरों का केन्द्रित क्षेत्रीय ऑडिट करने का सुझाव दिया और मैनुअल त्रुटियों एवं कम बिलिंग को समाप्त करने हेतु डाक आईटी प्रणालियों के साथ वजन तौलने वाली मशीनों को एकीकृत करने का आदेश दिया।
सुरक्षा को मजबूत करने हेतु, केन्द्रीय राज्यमंत्री ने अनियमित लेनदेन पर नजर रखने और डिलीवरी श्रृंखला में मध्य-स्तर पर वस्तुओं एवं पार्सल के प्रवेश को रोकने के लिए प्रीपेड बुकिंग अलर्ट के साथ-साथ गतिशील बारकोडिंग शुरू करने का निर्देश दिया।
केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि परिचालन संबंधी नियंत्रण को मजबूत करने, डिजिटल सुरक्षा प्रणालियों को आधुनिक बनाने और एक प्रेरित श्रमबल के निर्माण पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है ताकि प्रत्येक रुपये का हिसाब किया जाना सुनिश्चित हो सके।
केन्द्रीय राज्यमंत्री ने डाक बचत बैंक के डिजिटल एवं वित्तीय सुरक्षा ढांचे की भी समीक्षा की और अधिकारियों के लिए बायोमेट्रिक एवं ओटीपी-आधारित प्रमाणीकरण के माध्यम से सुरक्षा के मजबूत उपायों का आह्वान किया।
उन्होंने बेहतर पारदर्शिता, मैनुअल त्रुटियों को न्यूनतम करने और धोखाधड़ी को रोकने हेतु खातों को तेजी से आधार और मोबाइल से जोड़ने तथा डिजिटल पासबुक को व्यापक रूप से अपनाने का निर्देश दिया।

