न्यूज डेस्क। आज आप हर घर में बच्चों को क्रीम बिस्कुट खिलाते देख सकते हैं। छोटे बच्चों से लेकर बड़े सभी लंबे समय से चाव से क्रीम बिस्कुट खाते आ रहे हैं। छोटी दुकान हो या बड़ा सुपर मार्केट सभी जगहों पर आज क्रीम बिस्कुट बिकते मिल जाएंगे, वो भी अलग-अलग फ्लेवर में। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप और आपके बच्चे जो क्रीम बिस्कुट बड़े चाव से खाते हैं दरअसल उस बिस्कुट में क्रीम है ही नहीं इसमें तो वेजिटेबल आइल से बना क्रीम है न कि किसी दूध या मलाई का। फ्लेवर के लिए इसमें कोई फल या चाॅकलेट नहीं बल्कि रसायनिक पदार्थ मिलाए गए हैं। इसके ज्यादा सेवन से आपके बच्चे की आर्टरिज भी ब्लाॅक हो सकती हैं।
क्रीम बिस्किट में असली क्रीम की जगह अक्सर हाइड्रोजेनेटेड वनस्पति तेलों (ट्रांस फैट), बहुत जयादा चीनी और मैदा का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे सेहत को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं।
ऽ क्रीम बिस्किट के मुख्य नुकसान
ऽ मोटापे और मधुमेह का खतरा
ऽ क्रीम बिस्किट में मौजूद अतिरिक्त चीनी और परिष्कृत मैदा (रिफाइंड फ्लोर) तुरंत रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) के स्तर को बढ़ा देते हैं।
ऽ कैलोरी से भरपूर और पोषक तत्वों से रहित होने के कारण, इनका अधिक सेवन करने से वजन बढ़ सकता है, जिससे अंततः मोटापा और टाइप-2 मधुमेह जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं।
ऽ इन बिस्किट में ट्रांस फैट होता है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को बढ़ाता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को घटाता है। इससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
ऽ क्रीम बिस्किट में सोडियम की मात्रा भी अधिक होती है, जो उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) से जुड़ा हुआ है।
ऽ मैदा में फाइबर की कमी होती है, जिसके कारण यह कब्ज, एसिडिटी और पाचन संबंधी अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
ऽ यह आंत के माइक्रोबायोम को भी नुकसान पहुँचा सकता है, जिससे पाचन और रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।
ऽ क्रीम बिस्किट में मौजूद कृत्रिम रंग बच्चों में अति सक्रियता (हाइपरएक्टिविटी) और व्यवहार में बदलाव पैदा कर सकते हैं।
ऽ इसमें मौजूद एडिटिव्स और वसा से बच्चों के विकास में देरी, फैटी लिवर की समस्या और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता भी हो सकती है।
ऽ अत्यधिक चीनी का सेवन दाँतों में सड़न और कैविटी का कारण बन सकता है।
ऽ इन बिस्किट में इस्तेमाल होने वाले कुछ हानिकारक एडिटिव्स और प्रिजर्वेटिव लंबे समय तक सेवन करने पर कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
