भिलाई। पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज राम गोपाल गर्ग ने मंगलवार को एएनटीएफ के कार्योे की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने नशा तस्करों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने, उनके वाहनों को राजसात करने तथा नशा मुक्ति हेतु जन-जागरूकता कार्यक्रमों को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
आइजी रामगोपाल गर्ग की अध्यक्षता में एएनटीएफ (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स) की समीक्षा बैठक पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय के सभागार कक्ष में आयोजित की गई। बैठक में रेंज स्तर पर नशा तस्करी की रोकथाम, आरोपियों पर कठोर कार्यवाही और जनजागरूकता कार्यक्रमों को व्यापक स्तर पर संचालित करने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। पुलिस महानिरीक्षक ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए तथा तस्करी में प्रयुक्त वाहनों को राजसात करने की प्रक्रिया को प्रभावी बनाया जाए। इसके साथ ही मानस पोर्टल हेल्पलाइन नंबर 1933 का व्यापक प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक नागरिकों को इसकी जानकारी दी जाए, ताकि आमजन तुरंत शिकायत दर्ज करा सकें। उन्होंने नशामुक्ति जागरूकता कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ब्रह्मकुमारी संस्था एवं अन्य सामाजिक संगठनों की मदद लेकर कार्यक्रम आयोजित करने और युवाओं को मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव से अवगत कराने पर विशेष बल दिया।
बैठक में रेंज स्तर के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें बालोद से अति पुलिस अधीक्षक मोनिका ठाकुर, बेमेतरा से अति पुलिस अधीक्षक ज्योति सिंह, उप पुलिस अधीक्षक विनय कुमार एवं डीएसपी मनोज तिर्की, जिला दुर्ग से नगर पुलिस अधीक्षक सत्य प्रकाश तिवारी, पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय से डीएसपी शिल्पा साहू, उप निरीक्षक राज कुमार प्रधान, सहायक उपनिरीक्षक हेमंत त्रिपाठी तथा रेंज पुलिस पीआरओ प्रशांत कुमार शुक्ला सम्मिलित रहे।
प्राथमिकता से करें निराकरण
गर्ग ने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि मादक पदार्थों से संबंधित शिकायतों का प्राथमिकता से निराकरण किया जाए और ऑनलाइन माध्यम से होने वाली खरीदी-बिक्री पर कड़ी निगरानी रखी जाए। उन्होंने विवेचना को एंड-टू-एंड करना और सफेमा के तहत अधिक से अधिक कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए।
