भिलाई। नशीली दवाई बेचने वाले पूर्व में गिरफ्तार आरोपी अंकित सिंह से राशि प्राप्त करने वाले मास्टरमाइंड बदमाश मनीष कुमावत को पुलिस और औषधि विभाग द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई कर मुंबई से पकड़ा गया है। मनीष ने अंकित को प्रतिबंधित नशीली दवा अल्प्राजोलम की सप्लाई ऑनलाइन माध्यम से की थी। वही ऑनलाइन माध्यम से ही राशि भी प्राप्त करता था। आरोपी को मुंबई से दुर्ग लाने के बाद न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
बता दें कि 23 जुलाई को दुर्ग के महमरा मोड के पास आरोपी अंकित सिंह को एक्टिवा में 7200 नग प्रतिबंधित अल्प्राजोलम टैबलेट के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस दौरान आरोपी ने पुलिस को नशीली दवाई कहां से खरीदी है इसकी भी जानकारी दी थी। इसके बाद से पुलिस दवाई सप्लाई करने वाली कंपनी और कर्मचारियों की तलाश में जुटी हुई थी। जांच के दौरान जय राठौड़ और मनीष कुमावत द्वारा आरोपी अंकित सिंह राजपूत को नशीली दवाई सप्लाई करना पाया गया। इसके बाद संबंधित कंपनी और उसके कर्मचारियों के खिलाफ सर्च वारंट जारी किया गया। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस और औषधि विभाग की संयुक्त टीम तैयार की गई थी।
- मुंबई पहुंची थी टीम : खाद्य एवं औषधि विभाग के निरीक्षक विष्णु साहू ने बताया कि उप पुलिस अधीक्षक एलेक्जेंडर किरो के नेतृत्व में टीम मुंबई स्थित कंपनी पहुंची थी, जहां प्रतिबंधित दवाई बिक्री करना व संग्रहण भी पाया गया। कंपनी के कर्मचारी मनीष कुमावत और जय राठौड़ की पतासाजी की गई। 9 अगस्त को मनीष को कंपनी में ही पकड़ा गया तब उसने बताया कि अंकित को जय राठौड़ द्वारा प्रतिबंधित दवाई की सप्लाई की गई। वही गूगल पे के माध्यम से पैसे का भुगतान प्राप्त करना और इसके कमीशन के रूप में 2000 देना बताया गया। इसके बाद आरोपी मनीष कुमावत से उसका मोबाइल और पासबुक जब कर उसकी गिरफ्तारी की गई।
