ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के शहापुर के एक स्कूल की शर्मसार घटना ने सभी को गुस्से से भर दिया है। एक महिला प्रधानअध्यापिका द्वारा बच्चियों के साथ किए गए इस व्यवहार ने उनकी कुत्सित मानसिकता को प्रदर्शित किया है। खबर इतना दिमाग घुमा देने वाली है कि आप भी गुस्से से भर जाएंगे।
मुंबई थाणे के शाहपुरा के नामी गिरामी अंग्रेजी स्कूल में मासिक धर्म की जांच के लिए 10 से 12 साल की छोटी बच्चियों के कपड़े उतरवाए गए ताकि यह जांच की जा सके कि शौचालय को किसने गंदा किया है।
दरअसल छात्राओं के शौचालय में खून के धब्बे गिरे थे। इसी की जांच के लिए स्कूल की प्रधान अध्यापिका ने कक्षा 5 से 10 में पढ़ने वाली 10 से 12 छात्राओं के मासिक धर्म की जांच के बहाने कपड़े उतरवाकर उन्हें प्रताड़ित किया।
शर्मसार करने वाले इस घटना के बाद अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया। पुलिस ने पाक्सो एक्ट के तहत प्रधानाध्यापिका सहित आठ महिलाओं बच्चियों के कपड़े उतरवाने और उन्हें प्रताड़ित करने का मामला दर्ज किया है। इस इंग्लिश स्कूल में करीब 300 छात्राएं पढ़ती हैं।

