गांधीनगर। गांधीनगर में गुजरात शहरी विकास की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को लेकर कहा कि जल संधि के निलंबन से पाकिस्तान अत्यधिक परेशान है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने एक बार फिर भारतीय सैनिकों के साहस और आपरेशन सिंदूर के द्वारा सेना के शौर्य की प्रशंसा की।
इस बीच प्रधानमंत्री ने आजादी के दौरान हुए कुछ फैसलों को लेकर दुख व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने आजादी के समय हुई गल्तियों का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने साल 1947 के दर्द को बयां करते हुए कहा कि इस वर्ष में मां भारती के टुकड़े हुए। कटनी चाहिए थी जंजीरें, लेकिन काट दी गईं भुजाएं। देश के तीन टुकड़े कर दिए गए और उसी रात पहला आतंकी हमला कश्मीर की धरती पर हुआ। मां भारती का एक हिस्सा आतंकवादियों के बलबूते पर मुजाहिदीनों के नाम पर पाकिस्तान ने हड़प लिया। अगर उसी दिन इन मुजाहिदीनों को मौत के घाट उतार दिया गया होता और सरदार पटेल की बात मान ली गई होती, तो 75 साल से चला आ रहा ये सिलसिला (आतंकी घटनाओं का) देखने को नहीं मिलता।
