पीआईबी । शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा केदारनाथ धाम में मई 2022 से सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को रोकने की योजना क्रियान्वयन है। चार धाम में तीर्थयात्रियों एवं आमजन द्वारा प्लास्टिक के कचरों को रोकने लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसी के तहत अब तक 20 लाख प्लास्टिक की बोतलों को इक्ट्ठा कर इनकी रिसाइक्लिंग की जा चुकी है।
यहां के दुकानदार प्लास्टिक की बोतलों और बहुस्तरीय प्लास्टिक (एमएलपी) पर 10 रुपए जमा करते हैं जो कि रिफन्डेबल होता है। इसे पंजीकृत दुकानों को वितरित क्यूआर कोड के माध्यम से ट्रैक किया जाता है।
प्रयुक्त पैकेजिंग को निर्दिष्ट बिंदुओं या रिवर्स वेंडिंग मशीनों (आरवीएम) पर वापस कर दिया जाता है और व्यवस्थित रूप से एकत्र किया जाता है, और रीसाइक्लिंग के लिए मटेरियल रिकवरी सुविधाओं (एमआरएफ) को भेजा जाता है। गंगोत्री, यमुनोत्री और बद्रीनाथ तक विस्तारित इस पहल ने 20 लाख प्लास्टिक की बोतलों को रीसाइकिल किया है, 66 मीट्रिक टन कार्बन-डाई-ऑक्साइड उत्सर्जन को रोका गया है, 110 से अधिक नौकरियां पैदा की हैं और अनौपचारिक कचरा निपटान श्रमिकों की आय में 37.5 प्रतिशत की वृद्धि की है।
