नारायणपुर-माँ एक ऐसा शब्द है जो प्रेम,स्नेह और समर्पण का प्रतीक है.माँ का प्यार और देखभाल हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।एक माँ अपने बच्चे के लिए हर विषम परिस्थिति से लड़ने के लिए तैयार रहती है।चाहे इंसान हो या जानवर दोनो में ही ममत्व के भाव होते हैं.तभी तो एक मादा भालू अपने नन्हें शावक को बचाने के लिए बाघ से भिड़ गई।वन मंत्री केदार कश्यप ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुआ लिखा है “माँ आखिर माँ होती है”. उन्होंने जानकारी देते हुए लिखा कि अबूझमाड़ के पांगुड़ में बन रही नई सड़क के बीच में मादा भालू अपने बच्चे को टाइगर से बचाने भिड़ गई. “
वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक मादा भालू अपने शावक को बचाने के लिए एक बाघ से भिड़ जाती है और मादा भालू इतनी आक्रामक है कि बाघ को वहां से दुम दबाकर भागना पड़ता है.
मंत्री केदार कश्यप ने आगे लिखा- “मां की ममत्व के आगे टाइगर को वहां से भागना पड़ा। यह दृश्य अबूझमाड़ के स्थानीय ग्रामीण ने अपने मोबाइल में कैद किया है.”

