गिरफ्तारी के विरोध में देवेंद्र समर्थकों ने किया जमकर हंगामा
रायपुर। बलौदाजाबार में हिंसा मामले में पुलिस ने कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार कर रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचा दिया है। इसके विरोध में रात 12 बजे देवेंद्र यादव के समर्थकों ने हंगामा कर दिया। पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई। इस दौरान जेल प्रहरी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बंदूक तान दी। बताया जा रहा है कि जेल का स्टाफ भी कार्यकर्ताओं को रोक रहा था। जब देवेंद्र यादव को कार से अंदर ले जाया जाने लगा, तब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गाड़ी रोकने की कोशिश की। देवेंद्र को गाड़ी से बाहर आकर अपना हाल बताने कह रहे थे। समर्थक रायपुर जेल के गेट को घेर लिए थे। यहां 2 थानों के प्रभारी और एक सीएसपी मौजूद थे।देवेंद्र यादव को पुलिस जेल लेकर आई तो कार्यकर्ता नारे लगा रहे थे- देखो देखो कौन आया, शेर आया शेर आया…। करीब 50 की संख्या में कार्यकर्ता जेल बिल्डिंग के मेन एंट्रेंस गेट तक जा पहुंचे। तब वहां खड़े प्रहरी ने 303 राइफल निकाली और हटो कहकर कार्यकर्ताओं के सामने तान दी। इससे पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ता दोनों हड़बड़ा गए थे।इसी बीच देवेंद्र यादव को गेट से भीतर जाना था। इससे पहले उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाया, फिर फ्लाइंग किस देकर वह भीतर चले गए। इससे पहले भिलाई में उनकी गिरफ्तारी हुई तो उन्होंने गाड़ी की छत पर चढ़कर सतनामी समाज का ध्वज फहराया। संविधान की किताब को दिखाकर छाती पीटते नजर आए।
21 को कांग्रेस का प्रदर्शन : विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के खिलाफ 21 अगस्त को कांग्रेस बड़ा प्रदर्शन करने वाली है। इसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पुलिस से कहना चाहता हूं कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन ऐसा कोई काम ना करो, जिससे आपको नजरें मिलाने में दिक्कत हो।भूपेश बघेल ने कहा कि देवेंद्र यादव पर जितनी धाराएं लगाई गई हैं, पुलिस को एक साक्ष्य प्रस्तुत करना चाहिए। गृहमंत्री कहते हैं पूछताछ कर रहे हैं, लेकिन विधायक जेल में है। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के निर्देश से कार्रवाई हो रही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास मंहत मौजूद रहे।
इशारों पर कार्रवाई: भूपेश बघेल ने आगे कहा है, निचले अधिकारियों से सबसे बातचीत हुई। सभी ने कहा कि वहीं से हो रहा है। 20 अगस्त को विधायक दल की बैठक में प्रदर्शन की रणनीति बनाएंगे। पहली लड़ाई सड़क में है, दूसरी लड़ाई सदन में है और तीसरी लड़ाई न्यायालय में लड़ेंगे।