new delhi| पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ डाक पार्सल सेवा बंद कर दी है। भारत सरकार ने यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया है। यह निर्णय भारत सरकार ने हवाई और जमीनी मार्ग से आने वाले सभी डाक पार्सलों के संबंध में लिया है। डाक विभाग द्वारा इस संबंध में सार्वजनिक रूप से सूचना जारी की गई है। इस निर्णय से दोनों देशों के बीच पत्राचार, व्यापारिक डाक, पार्सलों का आदान-प्रदान पूरी तरह से बंद हो जाएगा।
इस निर्णय के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच आयात और निर्यात होने वाले सामानों पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ रहा है। इससे ऐसे व्यापारी जो पाकिस्तान के साथ व्यापार करते हैं उन्हें दिक्कतें हो सकती हैं। उद्योगविदों का मानना है कि इससे भारत को ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि भारत में पाकिस्तान से नगण्य मात्रा में ही सामान आयात किए जाते हैं। जिनमें पाकिस्तान की ओर से हिमालयन पिंक साल्ट सेंधा नमक, ड्राई फ्रूट्स, तरबूज और अन्य फल, सीमेंट, पत्थर, चूना, मुल्तानी मिट्टी, चश्मों का ऑप्टिकल्स, कॉटन, स्टील, कार्बनिक केमिकल्स, चमड़े का सामान ही हैं।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना जारी कर पाकिस्तान से भारत में आयातित या निर्यातित सभी वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इससे पाकिस्तान से सीधे या किसी अन्य व्यापार मार्ग से माल के आयात पर प्रतिबंध लग जाएगा।अधिसूचना संख्या 06/2025-26 दिनांक 2 मई 2025 के माध्यम से जारी निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं। एफटीपी 2023 में एक नया पैराग्राफ, पैरा 2.20ए, जोड़ा गया है:
“पाकिस्तान से आने वाले या वहां से निर्यात किए जाने वाले सभी माल का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात या पारगमन, चाहे वे स्वतंत्र रूप से आयात योग्य हों या अन्यथा अनुमत हों, तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक प्रतिबंधित रहेगा। यह प्रतिबंध राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में लगाया गया है।
