भिलाई। शिक्षाधानी भिलाई के सेक्टर-7 स्थित कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय के समूह द्वारा शैक्षणिक भ्रमण किया गया। महाविद्यालय के वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग की ओर से शैक्षणिक भ्रमण के अंतर्गत कबीरधाम जिले में मौजूद भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना का भ्रमण किया गया। साथ ही भोरमदेव पुरातन मंदिर में पर्यटन की अपार संभावनाएं का अध्ययन किया गया। मत्स्य पालन की प्रक्रिया को समझा गया।

इस शैक्षणिक भ्रमण में वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के विद्यार्थियों ने शक्कर उद्योग में उत्पादन की प्रक्रिया, सहकारी समिति के अंतर्गत उद्योग का प्रबंधन, छत्तीसगढ़ में गन्ना उत्पादन एवं उसके उपयोग में कार्यरत श्रमिकों की कार्यदशा का प्रत्यक्ष अवलोकन किया गया। शक्कर कारखाने की ओर से प्रबंधक दिनेश कुमार बीसी ने अवलोकन के लिए अनुमति प्रदान की। कारखाने की ओर से प्रमुख अभियंता सुखपाल सिंह, मुकेश चंद्रवंशी एवं के.के.यादव के द्वारा विद्यार्थियों को हरेक प्रक्रिया को बारीकी से समझाया गया। इसमें प्रमुख रूप से उत्पादन, विपणन, वितरण, भण्डारण और कार्यदशा की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई। इसके बाद विद्यार्थियों, शोधार्थियों के प्रश्नों का उत्तर भी दिया गया। इस भ्रमण की उपादेयता यह थी कि विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ में शक्कर उत्पादन की पूरी प्रक्रिया का अवलोकन कर इसके चरणों को सिखने का प्रयास किया।

प्राचीन मंदिर का दर्शन कर मत्स्य पालन को समझा
विद्यार्थियों ने भोरमदेव मंदिर का दर्शन किया। यहां ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक ज्ञान का बच्चों ने अनुभव प्राप्त किया। साथ ही इसके बाद छात्र-छात्राओं ने सरोदा बांध का भ्रमण कर बांध में मत्स्य पालन की प्रक्रिया को चरणबद्ध ढंग से समझा।
यह शैक्षणिक भ्रमण वाणिज्य के विभागाध्यक्ष डॉ. सलीम अकील और प्रबंधन के विभागाध्यक्ष डॉ.हरीश कश्यप के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के प्राध्यापकों का सराहनीय सहयोग रहा। इस दौरान बड़ी संख्या में विद्यार्थी, शोधार्थी, प्राध्यापक और सहायक प्राध्यापक उपस्थित रहे।

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