न्यूज डेस्क। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति ने पूरी दुनिया सहित भारत की भी नींद उड़ा के रखी है। लाखों करोड़ों के नुकसान के साथ भारतीय कारोबारी असमंजस की स्थिति में हैं। शेयर बाजार में पूरी तरह ब्लैक फ्राइडे को झेलने के बाद आज सोमवार के दिन में शेयर बाजार में हाहाकार मचा रहा।
सोमवार को सेंसेक्स 3200 अंक टूटा और निफ्टी 900 अंक नीचे गिर गया। सोमवार को 19.4 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान भारतीय शेयर बाजार को झेलना पड़ा। ट्रंप की टैरिफ नीति के चलते विश्व के विभिन्न देशों के शेयर में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। जापान, ताइवान, आस्ट्रेलिया, सिंगापुर, संघाई, हांगकांग कई देशों के शेयर में जबर्दस्त गिरावट नजर आई।
वैश्विक मंदी और महंगाई दोनों
अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर 26 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। जैसे को तैसा वाले इस टैरिफ खेल में, हो यूं रहा है कि चीन ने भी अब अमेरिका पर 34 प्रतिशत टैरिफ लगाया तो वही कनाडा ने अमेरिकी वाहनों पर 25 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया है। इस टैरिफ खेल के चलते व्यापारियों की टेंशन बढ़ गई है। दुनिया भर के व्यापारी ऐसे टैक्स पटाने की बजाए, उत्पादन कम करने, शेयर बाजार से अपना पैसा निकाल कर दूसरे आप्शन खोज रहे हैं। इसी होड़ में शेयर बाजार से उद्योगपति दनादन अपने पैसे निकाल रहे हैं और पूरे विश्व का शेयर बाजार गिर रहा है। यह गिरावट वैश्विक मंदी और महंगाई दोनों को जन्म दे सकती है। टैरिफ के कारण आयातित सामानों की कीमतें भी बढ़ेंगी।
अमीरों का पैसा कम हो रहा
अमेरिकी वॉल स्ट्रीट पर दबाव है। विश्व के अमीरों का पैसा कम हो रहा है। वैश्विक शेयर बाजार की यह गिरावट कोविड 19 महामारी के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक एक्स के मालिक एलन मस्क की दौलत में 19.9 बिलियन डॉलर की गिरावट आई है। मार्क जुकरबर्ग की दौलत 9.44 बिलियन डॉलर कम हो गई है। वहीं, जेफ बेजोस की दौलत में 7.59 बिलियन डॉलर की तो बिल गेट्स की संपत्ति में 6.45 बिलियन डॉलर का चेंज आया है।
