चंदौली (एजेंसी)। सीबीआई ने चंदौली के पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल की डिपार्टमेंटल लोको पायलट परीक्षा में पेपर लीक करने और रिश्वतखोरी वाले अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने दो रेल अधिकारियों के ठिकानों से 1.17 करोड़ नगदी बरामद की है। इस दौरान दो बड़े अफसरों समेत कुल 26 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार, पीडीडीयू रेल मंडल कार्यालय के अंतर्गत लोको पायलटों की पदोन्नति के लिए 4मार्च को परीक्षा ली जानी थी। मुख्य लोको निरीक्षक (लोको इंस्पेक्टर) के 19 पदों के लिए रेलवे के पूर्व मध्य इंटर कॉलेज में परीक्षा होनी थी। इसमें 82 लोको पायलटों ने आवेदन किया था।
परीक्षार्थियों से पेपरलीक कर रिश्वत लिए जाने की सूचना मिलने पर सोमवार की रात लखनऊ से सीबीआई टीम ने हनुमानपुर शाहकुटी स्थित एक लॉन से नौ लोगों को पकड़ा। इनमें शामिल सीनियर डिविजनल इलेक्ट्रिक इंजीनियर (डीईई) आपरेशन सुधांशु पराशर और छह लोको पायलट शामिल हैं। वहीं दूसरी टीम ने सिद्धार्थपुरम कॉलोनी से 19 लोगों को पकड़ा है। ये भी परीक्षा देने आए थे जो पेपर लीक में शामिल थे। इनके पास से परीक्षा के प्रश्नपत्र की छाया प्रति भी बरामद हुई है।
सीबीआई ने सीनियर डीपीओ सुरजीत सिंह को भी उनके आवास से गिरफ्तार किया गया। इस बीच डीईई आपरेशन सुधांशु पराशर और सीनियर डीपीओ सुरजीत सिंह के आवास से सीबीआई ने 1.17 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं।
4मार्च को सुबह 10 बजे यह परीक्षा आयोजित होनी थी, लेकिन करीब सात बजे ही परीक्षा स्थगित कर दी गई। पूर्व मध्य रेलवे के पीडीडीयू रेल मंडल के सहायक कार्मिक अधिकारी सुमित चटर्जी ने प्रशासनिक कारणों का हवाला देते हुए परीक्षा स्थगित करने का निर्देश जारी कर दिया। परीक्षा की अगली तिथी की जानकारी विभाग द्वारा सूचना जारी कर दी जाएगी।
